दक्षिण अफ्रीका में विराट ब्रिगेड रचेगी इतिहास
कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो-दो हाथ करने को तैयार है. एक कप्तान के तौर पर यह दौरा
कोहली के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा. 2017 उनके लिए बेहद
शानदार रहा है. एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर उनका जलवा पूरी दुनिया ने देखा.
लेकिन अब विराट के सामने अफ्रीका को उसी के घर में हाराने की चुनौती है. जिसका
सपना न सिर्फ खिलाड़ी बल्कि करोड़ों भारतीय फैंस पिछले 25 सालों से देख
रहे हैं.
कप्तानी में बेस्ट हैं कोहली
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का सितारा
चमक रहा है. वो जो चाह रहे हैं, उसे हासिल कर रहे हैं. चाहे क्रिकेट के
मैदान पर या फिर बाहर. कोहली एंड कंपनी दक्षिण अफ्रीका को उसी के मैदान पर हराने
सपना लेकर पहुंची है. कोहली ने अबतक 32 टेस्ट मुकाबलों में भारतीय टीम की
कप्तानी की है. जिसमें उन्हें 20 में जीत मिली, तीन में हार और 9
मुकाबले ड्रॉ रहे. जीत का प्रतिशत रहा 62.50. विदेशी धरती पर
कोहली ने 13 टेस्ट मैच में भारतीय टीम की अगुवाई की जिसमें
उन्हें 7 जीत में हासिल हुई, दो में हार और चार मुकाबले ड्रॉ रहे.
घर के बाहर कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया की जीत का प्रतिशत 53.85
रह.
कप्तान के तौर पर डु प्लेसिस का प्रदर्शन
अफ्रीकी कप्तान फफ डु प्लेसिस की कप्तानी में
साउथ अफ्रीका ने 16 टेस्ट मुकाबले खेले, जिसमें उन्हें 10 में
जीत मिली, तीन में हार और तीन मुकाबले ड्रॉ रहे. अफ्रीकी टीम की जीत का प्रतिशत
रहा 62.50. अपने घर में डु प्लेसिस ने 7
टेस्ट मैच में 6 जीत हासिल की और एक मुकाबला ड्रॉ रहा. जीत का
प्रतिशत 85.71. यानी दक्षिण अफ्रीका को शिकस्त देना कोहली एंड
कंपनी के लिए आसान नहीं होने वाला है.
टीम इंडिया बदलेगी इतिहास
क्रिकेट के जानकारों की मानें, तो
इस बार दोनों टीमों के बीच मुकाबला बेहद कांटे का होगा. मौजूदा टीम इंडिया के
खिलाड़ियों में अफ्रीकी जमीन पर इतिहास बदलने का माद्दा है, लेकिन इसके लिए
वर्ल्ड क्लास क्रिकेट खेलने की भी जरूरत होगी.
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