सत्ता में वापसी के लिए किया
मंथन
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज
आदिवासी वर्ग के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की बैठक आहूत की गई । बैठक में प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्ष श्री अरूण यादव, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद
सुश्री मीनाक्षी नटराजन, प्रदेश
प्रभारी पंचायती राज संगठन श्री सचिन नायक, श्री जितेन्द्र कंसाना, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री राजा पटेरिया, आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष
श्री अजय शाह, जिला
पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, युवा नेता विक्रांत भूरिया, पूर्व मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को
संबोधित किया।
श्री यादव ने कांग्रेस पक्ष के जिला
पंचायत एवं जनपद पंचायत के चुने हुए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि
आगामी चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक कार्यकर्ता को गांव-गांव, घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर
भाजपा की जनविरोधी नीतियों को उजागर करना एवं कांग्रेस के इतिहास को बताना आवश्यक
है, वहीं प्रदेश की सत्तारूढ़
भाजपा द्वारा मतदाताओं के सूची में शामिल फर्जी नामों को हटवाने के लिए आगे आना
होगा। श्री यादव ने कहा कि आज आदिवासी वर्ग भाजपा की नीतियों से पूरी तरह आहत, हताश और निराश हो चुका है।
पूर्व सांसद सुश्री नटराजन ने कहा कि
पांचवी अनुसूची, पेसा
कानून, वन अधिकार अधिनियम, आदिवासी छात्रावासों को बढ़ाने एवं
सुधार, ग्राम सभा के वृहद अधिकारों, विस्थापन, वनोपज का समर्थन मूल्य को लेकर अपनी
बात रखी।
आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष श्री
शाह ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि बैकलॉग की शीघ्र भर्ती की
जाये, पदोन्नति में आरक्षण, मनरेगा की पूरी मजदूरी समय पर मिले
ताकि पलायन को रोका जा सके। आदिवासी क्षेत्रों में उगने वाली फसलें जैसे
कोदो-कुटकी को भी समर्थन मूल्य में जोड़ा जाये।
इस अवसर पर राहुल उईके, राजेन्द्र मंडलोई, भूपेन्द्र मरावी, तारा वरखेड़े सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी वर्ग के जनप्रतिनिधि उपस्थित
थे।
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