Friday, 5 January 2018

' कांग्रेस मुख्यमंत्री का उम्मीदवार अरुण यादव को क्यों घोषित नहीं करती '

' कांग्रेस मुख्यमंत्री का उम्मीदवार अरुण यादव को क्यों घोषित नहीं करती '

भोपाल। एक तरफ पिछले 14 साल से सत्ता का वनवास भोग रही कांग्रेस अपने दिग्गज नेताओं को एकजुट कर 2018 के चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस के कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे दिग्गज नेता मुख्यमंत्री पद के दमदार उम्मीदवार के तौर पर देख जा रहे हैं।
राजधानी भोपाल में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद द्वारा पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाह के 54 वें जन्मदिन पर आयोजित लाठी रैली में बाबा साहेब अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर ने कांग्रेस के अंदर नए समीकरण को लेकर बहस छेड़ दी है। उन्होंने शुक्रवार को कहा है कि आखिर क्यों कांग्रेस अरुण यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित क्यों नहीं करती। क्यों कांग्रेस उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने का एलान नहीं करती। अंबेडकर के इस बयान से प्रदेश की सियासत में नई बहस छिड़ सकती है।
'क्यों नहीं बना दलित या पिछड़ा वर्ग में से मुख्यमंत्री'

दरअसल, शुक्रवार को लाठी रैली के पहले सभा को संबोधित करते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि मध्यप्रदेश में अब तक दलित या पिछड़ा वर्ग में से मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना, यदि बना भी तो बहुत कम समय के लिए। उन्होंने ये सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस पार्टी किसी पिछड़ा वर्ग के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना सकती है। मंच पर मौजूद अरुण यादव का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि मैं जनता से ही पूछता हूं कि यादव जी आपकी बिरादरी के बैठे हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी उनके अध्यक्ष होने के बावजूद ये घोषित करने को तैयार नहीं है कि इनके नेतृत्व में इलेक्शन लड़ा जाएगा। 

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