200 आश्रमों वाला अय्याश बाबा का डर्टी एंपायर,
दान
लेता था लड़कियां का मोक्ष के नाम पर
अध्यात्मिक विश्वविद्यालय. खुद को भगवान बताने
वाले इस बाबा का सच क्या है? उसके इस आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के
नाम से चर्चित इस इमारत के अंदर होता क्या है? ये तमाम सवाल
ज़ेहन में उठते हैं जब आप दिल्ली के रोहिणी के विजय विहार इलाके में 'आध्यात्मिक
विश्वविद्यालय' के बाहर का ये नजारा देखते हैं. ध्यात्मिक
विश्वविद्यालय और उसके भगवान वीरेंद्र देव दीक्षित की हकीकत... आश्रम
खुद को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सिद्धांतों से जुड़ा बताता
है. भारत में घोषित और अघोषित तौर पर हैं करीब 200 आश्रम हैं. फ़र्रुखाबाद, दिल्ली, कोलकाता, झांसी, लखनऊ, कानपुर, बांदा, माउंट आबू में आश्रम हैं. मोक्ष पाने
के लिए लोग आश्रम में अपने बच्चों को समर्पित करते थे. आध्यात्मिक विश्वविद्यालय आश्रम में
करीब 70 फीसदी से
ज़्यादा महिलाएं हैं. बाबा रोज रेप करता था. जो लोग बाबा के झांसे में आकर
लड़कियों को दान करते थे उन्हें सालों तक बाबा अपने बच्चों से मिलने नहीं देता
था. पीड़ित बताते हैं कि यहां अल्मारियों में कॉन्डम भरे रहते थे और ड्रग्स तक
दिए जाते थे. इस इमारत को चारों ओर से ग्रिल से जकड़ा गया था. कुछ इस तरह कि बिना
इजाज़त कोई परिंदा भी यहां पर ना मार सके. रोहिणी के विवेक विहार में आध्यात्मिक
स्कूल के नाम पर वीरेंद्र देव दीक्षित ने लड़कियों को घर में रखने का पूरा इंतजाम
कर रखा था. लोगों का आरोप है कि बाबा अपने अनुयायों से उनकी बेटियों समर्पित करने
के लिए कहता था और तो और उनके हिस्से की प्रॉपर्टी भी हड़प लेता था. जो कोई इसके
झांसे में आ जाते थो वो सालों साल लड़कियों से परिवार को मिलने नहीं देता था. गौरतलब
है कि गुरुवार को हाईकोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस और दिल्ली महिला की आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल की
अध्यक्षता में विश्वविद्यालय पर छापेमारी की गई थी और पूरे विश्वविद्यालय में
तलाशी अभियान चलाया गया था. तलाशी अभियान के दौरान विश्वविद्यालय के अंदर कुछ ऐसी
चीजें मिली थीं, जो
कृष्ण का ढोंग रचने वाले इस बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को वहशी साबित कर देंगी.

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