बिजनेस डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से फंड डायवर्जन और प्रॉविजनिंग के मामले में क्लीन चिट मिलने के बाद यस बैंक के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में गुरुवार की ट्रेडिंग के दौरान बैंक का शेयर करीब 30 फीसद तक उछल गया। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बैंक ने बताया है कि उसे आरबीआई की तरफ से वित्त वर्ष 2018 के लिए एसेसमेंट रिपोर्ट मिली है, जिसमें किसी तरह की गड़बड़ी का जिक्र नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है प्रॉविजनिंग के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई। गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक बैंक के शेयर में करीब 35 फीसद से अधिक की गिरावट आई है, जबकि इसी दौरान बेंचमार्क इंडेक्स में 9 फीसद से अधिक का उछाल आया है। वहीं बैंकिंग इंडेक्स में करीब 10 फीसद से अधिक की तेजी आई है। यस बैंक ने पिछले महीने ही डॉयचे बैंक के इंडिया चीफ रवनीत सिंग हिल को नया मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नियुक्त किया है। आरबीआई की क्लीन चिट के बाद ब्रोकरेज कंपनियों ने बैंक की रेटिंग में बदलाव करते हुए खरीदारी की सलाह दी है। मोतीलाल ओसवाल ने नए टारगेट के साथ स्टॉक पर खरीदारी की सलाह दी है, वहीं एसबीआई कैप ने 315 और जेफरीज ने 275 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की सलाह दी है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यस बैंक के मुनाफे में गिरावट आई है। बैंक का मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 1076.87 करोड़ रुपये के मुकाबले कम होकर 1,001.8 करोड़ रुपये हो गया। बैंक के मुनाफे में आई कमी की वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनैंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) को दिए गए कर्ज की प्रॉविजनिंग रही। इसके साथ ही नॉन इंटरेस्ट इनकम में आई गिरावट की वजह से बैंक के मुनाफे में कमी आई।
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