
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडि़या ने आज दुर्ग जिले के बोरसी स्थित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र से प्रदेशव्यापी वजन त्यौहार का शुभारंभ किया। भेंडि़या ने स्वयं बच्चों का वजन लेकर उनकेे पोषण स्तर की जानकारी ली और सभी बच्चों को चॉकलेट बांटा। भेंडि़या ने आम जन से वजन त्यौहार के दौरान निर्धारित तिथि पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में सभी बच्चों और किशोरी बालिकाओं का वजन कराने की अपील की है। भेंडि़या ने कहा कि बच्चों में कुपोषण के स्तर की जांच कर उन्हें सुपोषित बनाने लिए सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में 20 जनवरी तक वजन त्यौहार मनाया जाएगा। इस दौरान गर्भवती माताओं और किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य की भी जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को सप्ताह में एक दिन अण्डा उपलब्ध कराया जाएगा। जो बच्चे अण्डा नहीं खाते हैं, उन्हें पौष्टिक फल दिया जाएगा। वर्तमान में मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत बच्चों को दूध भी दिया जाता है। इससे बच्चों को स्वस्थ्य व सुपोषित बनाने में मदद मिलती है। उन्होंने किशोरी बालिकाओं एवं गर्भवती माताओं से बात कर उनके खान-पान के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक सुझाव दिए। इस दौरान जिले के कलेक्टर श्री अंकित आनंद सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कुपोषण की स्थिति जानने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में हर साल वजन त्यौहार मनाया जाता है। इस दौरान निर्धारित तिथि में शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों का वजन लिया जाकर ऑनलाईन सॉफ्टवेयर के माध्यम से पोषण स्तर का पता लगाया जाता है। कम वजन वाले बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें उचित पोषण आहार देकर कुपोषण दूर करने का प्रयास किया जाता है। इस वर्ष से इस अभियान में किशोरी बालिकाओं की जांच को भी शामिल किया गया है। किशोरी बालिकाओं में एनीमिया के स्तर में सुधार के लिए वजन त्योहार के दौरान उनका हीमोग्लोबिन परीक्षण कराया जाएगा और उनका वजन और ऊंचाई लेकर बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) निकाला जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग का सहयोग भी लिया जाएगा। वजन त्यौहार के आयोजन तिथि में सभी आंगनबाड़ी केन्द्र शाम 5 बजे तक खुले रखे जाएंगे। आंगनबाडि़यों में दर्ज बच्चों के अलावा बाहर से आए बच्चों का वजन भी लिया जाएगा और निःशक्त बच्चों की पहचान की जाएगी।
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