
भारत सरकार ने 2020 तक खसरा रोग उन्मूलन एवं रूबेला रोग नियंत्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिस प्रकार टीकों के माध्यम से स्मॉल पाक्स, पोलियो एवं मातृ-शिशु टिटनेस बीमारी का अंत किया गया है उसी प्रकार मीजल्स रूबेला का भी अंत किये जाने का संकल्प लिया गया है । 15 जनवरी से मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। इस अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के प्रत्येक बालक एवं बालिका को दाहिने बाजू की चमड़ी में पीड़ा रहित एमआर का टीका देकर दो जानलेवा बीमारियों मीजल्स एवं रूबेला से मुक्त कराया जायेगा। अभियान अंतर्गत प्रथम चरण में समस्त विद्यालयों जिसमें शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त शालाएं, केन्द्रीय विद्यालय एवं मदरसा में दर्ज 15 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकृत किया जायेगा। द्वितीय चरण में आँगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज 9 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों तथा उक्त आयु वर्ग के छूटे हुए शेष बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। समस्त शासकीय चिकित्सालयों में भी अभियान के दौरान मीजल्स रूबेला टीके का टीकाकरण किया जायेगा। यदि किसी बच्चे को एमएमआर एवं एमआर का टीका पहले से लगाया जा चुका है तो भी उसे यह टीके लगाये जायेंगे। ऐसा प्रयास किया जायेगा कि अभियान के दौरान 9 माह से 15 वर्ष तक के बालक एवं बालिकाओं को टीकाकरण से वंचित न किया जाए।
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