उज्जैन से प्रारम्भ हुई आदिशंकराचार्य की
एकात्म यात्रा
मुख्यमंत्री श्री चौहान सपत्नीक ध्वज थामकर चले
यात्रा के साथ
आदिशंकराचार्य की प्रतिमा के लिए धातु संग्रहण
तथा जन-जागरण के लिये उज्जैन से आरम्भ हुई एकात्म यात्रा अपने भव्यतम स्वरूप में
निर्धारित स्थल चारधाम से अपने भ्रमण पर रवाना हुई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह
चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ध्वज थामकर हरसिद्धि मंदिर तक
यात्रा के साथ चले। उज्जैन की धर्मपरायण जनता ने अपने घर से निकलकर यात्रा का भव्य
स्वागत किया। शहर में स्थान-स्थान पर मंच स्थापित किये गये तथा नागरिकों ने
पुष्पवर्षा की। यात्रा में सन्त समाज, जनप्रतिनिधि, आम नागरिक,
स्त्री-पुरूष,
बच्चे
बड़ी संख्या में यात्रा के साथ चल रहे थे। यात्रा के आगे-आगे घुड़सवार पुलिस चल रही
थी।
एकात्म यात्रा उज्जैन में चारधाम मन्दिर से
निकलकर हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश मन्दिर, महाकाल
मन्दिर, चौबीस खंबा माता मन्दिर, पटनी बाजार, गोपाल मन्दिर,
छत्रीचौक,
सतीगेट,
कण्ठाल
चौराहा, नईसड़क, दौलतगंज, मालीपुरा,
देवासगेट,
चामुण्डा
माता चौराहा से आगर रोड होती हुई तराना की ओर निकली। इस दौरान यात्रा में शामिल
महिलाएं अपने सिर पर कलश थामकर चल रही थीं। कई महिलाओं के समूह बैण्ड की धुन पर
नृत्य करते हुए वातावरण में भक्तिरस घोल रहे थे। नर-नारियों का समूह जयघोष करते
हुए यात्रा के साथ आगे बढ़ रहा था। सन्तों एवं साधुओं का समूह जयकारे के साथ यात्रा
में नेतृत्वकर्ता के रूप में सम्मिलित रहा। यात्रा में सम्मिलित रथ आदिशंकराचार्य
के वृहताकार चित्र तथा उनसे जुड़े प्रतीकों से युक्त था। शंकराचार्य के चित्र पर
नागरिकों द्वारा स्थान-स्थान पर पुष्प-वर्षा की गई।
एकात्म यात्रा उज्जैन से प्रारम्भ होकर नजरपुर,
मालीखेड़ी,
बिछड़ौद
होते हुए शाम को तराना पहुंचेगी। यात्रा 20 दिसम्बर को तराना से इटावा, छड़ावद,
तिलावद,
नान्देड़,
माकड़ोन,
रूपाखेड़ी,
घोंसला,
खेड़ा
खजूरिया होते हुए दोपहर 2 बजे महिदपुर पहुंचेगी। महिदपुर से
रवाना होकर डेलची, महिदपुर रोड, रूपेटा होते हुए
यात्रा सायं 5 बजे नागदा पहुंचेगी। नागदा से चौकी जुनार्दा,
उमरना,
उमरनी,
बुरानाबाद
होते हुए यात्रा सायं 7 बजे खाचरौद पहुंचेगी। अगले दिन 21
दिसम्बर को खाचरौद से मड़ावदा, कमठाना, भाटपचलाना,
कमेड़,
रूनिजा
होते हुए यात्रा दोपहर 12 बजे बड़नगर पहुंचेगी। बड़नगर से मौलाना,
खरसोदखुर्द,
धुरैरी,
सरसाना,
दंगवाड़ा,
बलेड़ी,
नरसिंगा
होते हुए यात्रा दोपहर 3 बजे इंगोरिया पहुंचेगी। इंगोरिया से कड़ोदा,
पितावली,
छड़ोदा,
तलावती,
रलायता,
बछोड़ा,
गिरोता,
ओसारा,
पाड़ल्या
होते हुए यात्रा सायं 6 बजे इन्दौर जिले के गौतमपुरा पहुंचेगी। यह
यात्रा इन्दौर, देवास, राजगढ़, गुना, अशोक
नगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड,
ग्वालियर,
दतिया
होते हुए ओंकारेश्वर पहुंचेगी। यह यात्रा 12 जिलों में होकर
लगभग 2175 किलो मीटर की दूरी तय करेगी।
एकात्म यात्रा के लिये महाकाल मन्दिर परिसर की
मिट्टी एवं घड़ा भेंट
आदिशंकराचार्य की प्रतिमा के लिए धातु संग्रहण
एवं जन-जागरण अभियान के लिये एकात्म यात्रा के शुभारम्भ के पूर्व मुख्यमंत्री श्री
शिवराज सिंह चौहान ने सपत्नीक महाकाल मन्दिर में महाकाल की पूजा-अर्चना की। इस
मौके पर स्वामी विश्वेश्वरानन्द महाराज, स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती महाराज
उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने नन्दी हॉल में सन्तों का भगवान महाकाल के
आशीर्वादस्वरूप दुपट्टा ओढ़ाया। मन्दिर प्रबंध समिति की ओर से मुख्यमंत्री का
स्वागत किया गया।
एकात्म यात्रा के शुभारम्भ अवसर पर महाकाल
मन्दिर में पुजारी पं.प्रदीप गुरू ने तांबे का घड़ा और महाकाल मन्दिर परिसर की
मिट्टी मुख्यमंत्री श्री चौहान को भेंट की। मन्दिर के श्री संजय पुरोहित ने तांबे के
11 लोटे भेंट किये। इस अवसर पर बालयोगी श्री उमेशनाथजी महाराज, भृर्तृहरि
गुफा के श्री रामनाथजी महाराज, आचार्य श्री शेखर महाराज, ऊर्जा
मंत्री श्री पारस जैन, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, डॉ.
मोहन यादव उपस्थित थे।

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