Friday 18 January 2019

Madhya Pradesh Election 2018 : राशि खर्च नहीं करने और ब्यौरा नहीं देने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कातांराव ने 6 कलेक्‍टरों को फटकार

Madhya Pradesh Election 2018 : विधानसभा चुनाव में राशि खर्च नहीं करने और ब्यौरा नहीं देने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कातांराव ने आधा दर्जन जिलों के कलेक्टरों को फटकार लगाई। इसमें दतिया, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, ग्वालियर, जबलपुर, अशोकनगर और रायसेन शामिल हैं। वहीं, उन्होंने खर्च करने के बाद भी भुगतान के बिल नहीं लगाए जाने पर कहा कि काम करने वाले पैसा नहीं ले रहे हैं, ऐसा कौन सा रामराज्य आ गया है। बैठक में मतदाता सूची को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। मिंटो हॉल के कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर सभी कलेक्टरों के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बैठक की। इस दौरान जिलों से विधानसभा चुनाव में हुए खर्च का ब्योरा मांगा गया। सूत्रों ने बताया कि दतिया, छतरपुर, बालाघाट सहित अन्य जिले ठीक से जानकारी ही नहीं दे पाए। जब दतिया कलेक्टर से ब्योरा मांगा तो वे कोई भी ठोस उत्तर नहीं दे पाए। ग्वालियर, जबलपुर, अशोकनगर और रायसेन जिले में स्वीप गतिविधियों में राशि खर्च ही नहीं की। इस पर नाराजगी जताई गई। सिवनी के पूर्व कलेक्टर गोपाल चंद्र डांड (मौजूदा खरगोन कलेक्टर) की खर्च नहीं करने पर खिंचाई की गई। वहीं, मंडला और डिंडौरी में खर्च के बिल नहीं लगाए जाने पर कहा कि काम करने वाले पैसे नहीं ले रहे हैं, ऐसा कौन सा रामराज्य आ गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने कलेक्टरों से कहा कि लोकसभा चुनाव में कोई भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में जुड़ने से नहीं छूटना चाहिए। पूरी योजना बनाकर काम करें। प्रशिक्षण कार्यक्रम की योजना बनाएं बैठक में फोटो परिचय पत्र, बीएलओ और सुपरवाइजर का मानदेय, स्वीप गतिविधियों से जुड़े भुगतान जल्द करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए। चुनाव से जुड़े कानूनी प्रावधान और नियम की पुस्तक बनाने के लिए समिति बनाने के निर्देश दिए। इसमें इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव और मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास को शामिल किया गया। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो रही मतदाता सूची में युवाओं के अलावा ऐसे व्यक्तियों के नाम जोड़े जाएं जो किसी कारण से दर्ज नहीं हैं। वहीं, गड़बड़ियों को भी सुधारा जाए।इस मौके पर मौजूदा ग्वालियर कलेक्टर भरत यादव ने मुरैना की मतदाता सूची में किए गए सुधार के काम को लेकर प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि यदि मतदाता सूची ठीक है तो कोई भी चुनाव करा सकता है। इसके अलावा कानून व्यवस्था पर इंदौर, ईवीएम मैनेजमेंट पर भोपाल, आदर्श आचार संहिता पर मुरैना और मतदाता जागरुकता पर उज्जैन कलेक्टर ने प्रस्तुतिकरण दिया।

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