कोरोना संक्रमण के दौर ने सामान्य जनजीवन को
प्रभावित किया है। इस बीच अब बेटियों के हाथ पीले करने में गरीबों को बड़ी सुविधा
हो रही है। सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग की वजह से शादी समारोह का खर्च भी महज 10 से 15 प्रतिशत तक सिमट गया है। इससे खर्चीली शादी से खासकर गरीब वर्ग को
बड़ी राहत मिली है।
शादी समारोह में वर और वधु दोनों पक्षों को
मिलाकर अधिकतम 50
लोगों का जमावड़ा करने की अनुमति मिल रही है। इस वजह से भी शादी का खर्च घटा है।
आवागमन के सीमित साधन की वजह से नेंग, दहेज में दिए जाने वाले सामानों की संख्या भी सीमित हो गई है। इससे
कमजोर आय वर्ग को बड़ी राहत मिली है।
कोरोना
का संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया। इससे अनेक लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष
रूप से प्रभावित हुए हैं। वहीं लॉकडाउन में कुछ सकारात्मक सामाजिक बदलाव भी देखने
को मिल रहा है। लॉकडाउन के दौरान सबसे बड़ी समस्या उन परिवारों की थी, जिनके घर शादी जैसे मांगलिक कार्यक्रम होने हैं।
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