छत्तीसगढ़ के मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर
राजनीतिक दलों ने बिसात बिछानी शुरू कर दी है। चुनावी तैयारी के मामले में
सत्ताधारी कांग्रेस ने प्रारंभिक बढ़त बनाई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कार्यकर्ताओं से संपर्क करके पहले दौर की बातचीत
पूरी कर ली है।
कांग्रेस ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कद्दावर
नेता ज्ञानेंद्र उपाध्याय को अपने पाले में कर लिया है, लेकिन स्थानीय
संगठन में उपाध्याय का विरोध भी खुलकर हो रहा है। उपाध्याय अजीत जोगी के करीबी रहे
हैं और लंबे समय से जोगी के चुनाव संचालन से लेकर उनके कार्यलय की जिम्मेदारी
निभाते रहे हैं। अब प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के
कार्यकर्ताओं से सीधी संवाद करके उनकी नाराजगी को कम करने में जुटे हैं।
मरवाही उपचुनाव कांग्रेस के लिए खासा मायने
रखता है। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की
कांग्रेस से विदाई में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बघेल
केंद्रीय संगठन को यह समझाने में सफल हुए थे कि जोगी के कारण ही कांग्रेस सत्ता का
वनवास काट रही है।
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