Tuesday 5 May 2020

नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का आठवां मददगार गिरफ्तार


कांकेर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क मामले में पुलिस ने राजनांदगांव से आठवें मददगार को गिरफ्तार किया है। आरोपित टोनी उर्फ शीलेंद्र नक्सलियों को भेजे जाने वाले जूतों की खरीद का काम करता था। कांकेर पुलिस इस मामले में सात आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि 24 मार्च को सिकसोड़ थाना क्षेत्र में राजनांदगांव जिले के ठेकेदार तापस पलित को गिरफ्तार किया था। उसके बोलेरो वाहन की तलाशी में नक्सलियों को सप्लाई किए जाने वाले जूते, कपड़े, वॉकी-टॉकी सेट, मीटर टेप व अन्य सामान जब्त किए गए थे। उससे पूछताछ के आधार पर मंगलवार को राजनांदगांव के कौरिनभांटा रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी निवासी टोनी भदौरिया उर्फ शीलेंद्र भदौरिया को गिरफ्तार किया है। वह नक्सलियों को सप्लाई किए जाने वाले जूतों की खरीद करता था।
कांकेर पुलिस राजनांदगांव के दयाशंकर मिश्रा, राजनांदगांव निवासी ठेकेदार अजय जैन व कोमल प्रसाद वर्मा, इनके कर्मचारी कोयलीबेड़ा निवासी रोहित, मेरठ (यूपी) निवासी डामर प्लांट मैनेजर सुशील शर्मा और बालाघाट (मध्य प्रदेश) निवासी सुरेश शरणागत को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
अजय और कोमल नक्सल इलाकों में सड़क निर्माण का काम करते थे। इसी दौरान वे नक्सलियों के संपर्क में आए और उनके लिए काम करने लगे। तापस की गिरफ्तारी के बाद एएसपी कीर्तन राठौर के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। इसके बाद शुरू हुई पूछताछ के आधार पर छह अन्य आरोपितों को दबोचा गया था। एएसपी ने बताया कि आरोपितों के पास से जब्त दस्तावेजों और चल रही पूछताछ के आधार पर आगामी दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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