अंबिकापुर। लंबे समय तक जारी लाकडाउन और मौसम के
उतार-चढ़ाव ने सब्जी उत्पादकों की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। बड़े पैमाने पर सब्जी
का उत्पादन होने के बाद उसके खरीदार ही नहीं मिल रहे हैं। ऐसी ही विकट स्थिति से
गुजर रहे गणेशपुर गांव के युवा किसान संजय दास ने एक तरकीब निकाली।
अपने चार एकड़ के खेत में उसने खीरे की हाईटेक
खेती की है। उसके खेत से रोज चार टन खीरा तोड़ा जाता है, लेकिन वर्तमान
में हालात ऐसे हैं कि सब्जियों को दूसरे राज्यों में नहीं भेजे जाने के कारण
स्थानीय स्तर पर उसके खरीदार नहीं मिल रहे हैं या बहुत ही कीमत उसकी बिक्री हो रही
है।
संजय दास ने ने अपने फेसबुक अकाउंट पर खीरे की
तस्वीर के साथ एक जानकारी डाली, जिसमें उन्होंने लिखा कि उनके पास पांच
रुपये प्रति किलो की दर से 4 टन खीरा रोज उपलब्ध है। जिस किसी
व्यक्ति को खीरे की जरूरत है वह उसे इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने
उसमें अपना मोबाइल नंबर भी लिखा था।
इस जानकारी को फेसबुक में पोस्ट करने के दूसरे
दिन से ही संजय दास के पास खीरा खरीदने लोग पहुंचने लगे। कुछ ऑनलाइन ही डिमांड
करने लगे कई लोगों ने ऑनलाइन उनके खाते में पैसे भी डाल दिए। इस तरह प्रतिदिन संजय
दत्त के यहां करीब 15 क्विंटल खीरे की बिक्री हो रही है। हालांकि
इसके बावजूद काफी मात्रा में खीरा बच रहा है जिसे वह मंडी में औने पौने भाव पर बेच
दे रहे हैं।
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