रायपुर। छत्तीगसढ़ में कोरोना के मरीज भले ही
स्वस्थ्य होकर अपने घरों को लौट रहे हैं, लेकिन इस बीमारी ने अस्पतालों के
व्यवस्थागत स्वास्थ्य को भी दुरुस्त कर दिया है। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य
सुविधाओं को बढ़ाया गया है।
कह सकते हैं कि कोरोना की चुनौती ने पब्लिक
हेल्थ सिस्टम की तस्वीर ही बदलकर रख दी है। आदिवासी बाहुल छत्तीसगढ़ में अब तक
बस्तर और सरगुजा में कमजोर स्वास्थ्य सुविधा होने के कारण लोगों को जान गंवानी
पड़ती थी। लेकिन अब प्रदेश के हर जिले में 100 बिस्तर के
सरकारी अस्पताल ने पूरे सिस्टम को मजबूत करने का काम किया है।
यह कोरोना का ही भय है कि सरकार पूरी तरह अपनी
स्वास्थ्य मशीनरी को मजबूत करने में जुटी है। दो महीने पहले सरकारी अस्पताल में
जाने से डरने वालों को अब जिंदगी की उम्मीद जग रही है। कोरोना के बहाने ही सरकार
अस्पताल में आइसीयू से लेकर वेंटिलेटर तक की व्यवस्था कर दी गई है। सरकारी मेडिकल
कॉलेज अस्पतालों और जिला चिकित्सालयों में आइसीयू में 525 बिस्तरों के
साथ ही 269 वेंटीलेटर्स उपलब्ध है। कोरोना से पहले ऐसे सिस्टम की उम्मीद करना
भी बेमानी थी।
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