रायपुर ! मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी आंगनबाड़ी
कार्यकर्ताओं को छत्तीसगढ़ी में पत्र लिखकर कहा कि इस संकट की घड़ी में आप लोगों को
फिर से गंभीर जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है। आपकी जिम्मेदारी है कि आप खुद के
स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उनकों पोषण
आहार उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा
कि मिलके लड़बो अऊ कोरोना ला हराबो। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण सब
तरफ संकट मंडराया हुआ है। इस बीमारी से बचने के लिए एक ही उपाय है कि हम लोग घर के
अंदर रहें और सुरक्षित रहने के तरीका का समुचित रूप से पालन करें। आप सभी
गांव-गावं में सभी लोगों के संपर्क में रहते हैं और आपके समझाइश को लोग मानते भी
हैं। इस संकट की घड़ी में आप लोगों को फिर से गंभीर जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है।
आपकी जिम्मेदारी है कि आप खुद के स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों और माताओं के
स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उनकों पोषण आहार उपलब्ध कराएं। उन्हें यह भी समझाएं कि
वे घर से बाहर मत निकले और घर-बाहर के सभी लोगों से दूरी बनाकर रखें। कुछ भी अनजान
वस्तु को छूने के बाद हाथ को साबुन से जरूर धोने के लिए कहें।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि आप
पोषण आहार को घर-घर पहुंचाएं तो, आंगनबाड़ी केन्द्रों में भीड़ नहीं लगेगी
और कोरोना बीमारी फैलने की संभावना नहीं रहेगी। आप लोग रेडी-टू-ईट बनाने वालों को
भी स्वच्छता के साथ दूरी बनाकर कार्य करने के लिए समझाएं। स्वच्छ और सुरक्षित
तरीका से पोषण आहार के बांटने की व्यवस्था हो। ध्यान रखा जाए कि सभी बच्चे और
माताओं को नियमित रूप से पोषण आहार मिलता रहे। कोरोना बीमारी के पहले लक्षण के
अंतर्गत खांसी का होना, बुखार होना और सांस लेने में तकलीफ होना है।
कोरोना से रोकथाम के लिए जितने उपाय बताए गए हैं उसका पालन करें और लोगों को भी
पालन करने के लिए समझाइश देंवे। कोरोना बीमारी के कुछ जानकारी मिले तो स्वास्थ्य
विभाग और अपने विभाग के अधिकारी को तुरंत सूचना देंवे। कोरोना बीमारी की रोकथाम के
लिए आप लोग हमारी सरकार के हाथ को मजबूत बनाएं और हमारे छत्तीसगढ़ तथा देश में एक
मिशाल कायम करें।
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