कमलनाथ ने लिखा है कि मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस क़दर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे । आज सचमुच भाजपा नेताओं के इस अशोभनीय आचरण ने मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास और वैभवशाली विरासत को कलंकित करने की कोशिश की है ।आज प्रदेश भाजपा नेताओं ने न सिर्फ़ प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है अपितु उन्होंने प्रदेश के विकास पर सीधा आक्रमण किया है । प्रदेश में धीरे-धीरे आ रहे निवेश और उसकी असीम संभावनाओं को आघात पहुँचाने की धृष्टता की है , किसानों की कर्ज माफी और उनके उज्ज्वल भविष्य पर वार किया है , युवाओं के रोजगार के सुनहरे अवसरों पर प्रहार किया है ।
प्रदेश के नागरिकों के ‘इंदिरा गृह ज्योति योजना’ से सस्ती बिजली के साकार हो चुके सपने को ठेस पहुँचाने की कोशिश की है, क्योंकि किसी प्रदेश के विकास की अनिवार्य शर्त है उसकी राजनैतिक स्थिरता । मैं आश्वस्त हूँ , मेरे सभी विधायक साथी सरकार के साथ दृढ़ता से खड़े हैं, प्रदेश के विकास के प्रति प्रतिबद्ध और समर्पित हैं । मैं आज एक बात भाजपा नेताओं को साफ़ कर देना चाहता हूँ कि मैने चालीस साल से ज्यादा के अपने सार्वजनिक जीवन में कभी भी नफ़रत, निराशा और नकारात्मकता को कोई स्थान नहीं दिया है । याद कीजिए जब मैं केंद्र में मंत्री था और प्रदेश में सरकार भाजपा की थी तब भी मैने पूरे मनोयोग से प्रदेश के विकास में अपना योगदान दिया है । एक क्षण भी मेरे मन में इस बात का ख़याल कभी नहीं आया कि प्रदेश में भाजपा सरकार है और मैं उसे अस्थिर करूँ । मेरे अंतरमन में हमेशा मध्यप्रदेश की तरक्की का भाव ही रहा है ।
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