सागर ! तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना वायरस (Coronavirus)
का
संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. संकट की इस घड़ी में मदद के लिए हर कोई अपने हाथ
आगे बढ़ा रहा है. इसी कड़ी में अब सागर केंद्रीय जेल (Sagar central Jail) के
कैदियों ने भी लोगों की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया है. ये कैदी मदद स्वरूप
जेल में रोजाना करीब एक हजार से अधिक मास्क तैयार कर रहे हैं, अब तक
ये कैदी करीब 15 हजार से भी अधिक मास्क तैयार कर चुके हैं.
देश में कोरोना वायरस की दस्तक के साथ बाजार
से मास्क और सेनेटाइजर गायब होने लगा था. कुछ भी दिनों में ऐसी हालत हो गई कि
मास्क लगभग बाजारों से गायब हो गया. ऐसे में, लोगों की समस्या
को दूर करने के लिए सागर जेल प्रशासन ने अपना कदम बढ़ाया और 55
कैदियों की एक टीम तैयार की. इस टीम को केंद्रीय जेल के हथकरघा केंद्र में मास्क
बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई. फिलहाल आलम यह है कि यह टीम रोजना एक हजार से अधिक
मास्क तैयार कर रही है. अब तक सागर जेल के कैदियों की यह टीम 15
हजार से भी अधिक मास्क बना चुके हैं.
कैदियों द्वारा तैयार किए जा रहे मास्क की
खासियत यह है कि ये मास्क खादी के हैं. मास्क की लंबाई करीब आठ इंच और चौड़ाई करीब
3 इंच है. बड़े आकार का होने की चलते यह मास्क मुंह और नाक अच्छी तरह
से ढक सकता है. कैदियों के हाथों से तैयार इस मास्क को बाजार में महज 10
रुपए में बेचा जा रहा है. सागर जेल में तैयार यह मास्क भारतीय सेना, पीडब्ल्यूडी
एवं अन्य सरकारी विभागों को भी भेजे जा चुके हैं. जिससे लोगों की सेवा में तैनात
इन सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी अपनी सुरक्षा के साथ दूसरे लोगों की सुरक्षा
कर सकें.
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