रायपुर ! श्री महामाया देवी मंदिर में आयोजित श्री दिव्य
सहस्त्र चंडी महायज्ञ के अंतर्गत बसंत पंचमी के शुभ दिन पर गुरुवार को लगभग 100
ब्राम्हण बटुकों का नि:शुल्क उपनयन संस्कार हुआ। पूरे विधि विधान के साथ पंडितों
ने मंत्रोचार के बीच इसे संपन्न कराया। सभी बालक अपने परिवार के साथ पहुंचे थे,
उनमें
भी काफी उत्साह और खुशी दिखाई पड़ रहा था। पूरी तरह पारिवारिक व संस्कारित माहौल के
बीच महामाया मंदिर ट्रस्ट समिति के सदस्य मार्गदर्शक की भूमिका में सहयोग प्रदान
कर रहे थे।
हल्दी, मुंडन से लेकर पूरे रीति रिवाज से
उपनयन संस्कार की सारी प्रक्रियाएं पूरी कराई गई। दोपहर 3 बजे बाजे-गाजे के साथ इन
बटुकों की बारात महामाया देवी मंदिर से निकलकर बुढ़ेश्वर मंदिर तक गई। खुशी के इस
पल में परिवार के सदस्य बैंड बाजे के धुन पर नाचते भी रहे। उपनयन संस्कार के दौरान
जैसे-जैसे पंडित मंत्र पढ़ते जाते बटुक उसे दोहराते जाते थे। उन्हे बताया गया कि
जनेऊ एक रस्म नहीं है बल्कि सनातन धर्म और परिवार का संस्कार है। माता-पिता,
गुरु
की आज्ञा का पालन करना, सेवा करने का संस्कार सिखाता है। बड़ों को
सम्मान, हर जीव के प्रति स्नेह, हर परिस्थिति में भगवान का स्मरण रखें
यह बातें भी बटुकों को बताई गई। जनेऊ हो जाने के बाद इसका परिपालन किस प्रकार करना
है यह भी सिखाया गया। इस अवसर पर श्री महामाया देवी मंदिर पब्लिक ट्रस्ट कमेटी के
अध्यक्ष श्री आनंद शर्मा, सचिव ललित तिवारी, कोषाध्यक्ष
कृष्णा रेड्डी, श्री बंशीलाल शर्मा, उपेन्द्र शुक्ला,
दुर्गा
प्रसाद पाठक, महेंद्र कुमार पांडेय,व्यासनारायण
तिवारी, चंद्रशेखर दुबे, विजयशंकर अग्रवाल समेत सभी ट्रस्टीगण व
बटुकों के परिजन प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
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