भोपाल ! माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय की दो
एडजंक्ट फैकल्टी का विरोध करने वाले 23 छात्र-छात्राओं को प्रबंधन ने निष्कासित कर
दिया था. लेकिन अब खेद जताने पर कुलपति दीपक तिवारी ने इन विद्यार्थियों का
निष्कासन खत्म कर दिया है. माखनलाल यूनिवर्सिटी के निष्कासित छात्रों को वापस बहाल
कर दिया गया है. बहाल हुए स्टूडेंटस को इस बात से बड़ी राहत मिली है, क्योंकि अब वे सभी विश्वविद्यालय की
परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. विश्वविद्यालय की विशेष अनुशासन समिति की बैठक में
छात्रों का निष्कासन वापस लेने का फैसला लिया गया.
अनुशासन
समिति ने लिया फैसला
इससे
पहले 3
छात्रों को माफी मांगने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पहले ही बहाल कर दिया था.
उसी समय यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया था कि अगर बाकी प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस भी
खेद प्रकट कर माफी मांग लें तो विश्वविद्यालय प्रबंधन उन्हें माफ कर देगा. 3 छात्रों की बहाली के बाद गुरुवार को
बाकी बचे 20
विद्यार्थियों ने भी खेद जताया, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों की
बहाली कर उन्हें परीक्षा में शामिल होने के आदेश दे दिए. विश्वविद्यालय की विशेष
अनुशासन समिति की बैठक में छात्रों ने खेद प्रकट आवेदन पर विचारोपरान्त समिति की
अनुशंसा के आधार पर पहले के निष्कासन के आदेश को समाप्त कर दिया.
कमेटी
की रिपोर्ट
MCU की
दो एडजंक्ट फैकल्टी का विरोध करने वाले जिन 23 छात्र-छात्राओं को निष्कासित किया गया
था, उनमें
20 छात्र
और 3 छात्राएं
शामिल थीं. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया था. साथ ही ये
फरमान भी सुनाया था कि ये छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. मामले की जांच
करने वाली अनुशासन समिति ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन के घटनाक्रम का वीडियो
फुटेज देखने के बाद निष्कासन का फैसला लिया था. इन छात्रों पर अनुशासनहीनता,
तोड़फोड़,
कानून हाथ में
लेने और कुलपति ऑफिस को घेरने और बंधक बनाने के अलावा शरारती तत्वों को प्रदर्शन
का हिस्सा बनाने का आरोप था.
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