भोपाल ! मध्यप्रदेश के बहुचर्चित ई टेंडर घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है. अब इस घोटाले के तार
विदेश से जुड़ रहे हैं. शेल कंपनियों के जरिए घोटाले का पैसा फ्रांस भेजा गया था.इस विदेश कनेक्शन में एक सीनियर
आईएएस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है.इस खुलासे के
बाद विधि मंत्री पी सी शर्मा ने दावा किया है
कि किसी भी दोषी को बख्श़ा नहीं जाएगा.
80 हजार करोड़ रुपए
के ई टेंडर घोटाले की जांच में नया मोड़ आया है. एक महीने पहले ईओडब्ल्यू के पास
एक सीनियर आईएएस अफसर की शिकायत आई थी.इस शिकायत की जांच की गई, तो पता चला कि इस घोटाले के तार विदेश से जुड़
रहे हैं.शिकायत के अनुसार एक सीनियर आईएएस अफसर ने फ्रांस में निवेश के लिए
करोड़ों रुपए भेजे हैं.ये सीनियर आईएएस अधिकारी फिलहाल केंद्र पर प्रतिनियुक्ति पर
हैं. उनके एक रिश्तेदार फ्रांस में किसी निजी प्राइवेट कंपनी में हैं.
विदेश
से तार जुड़ने के खुलासे के बाद विधि मंत्री पीसी शर्मा ने दावा किया है कि ई
टेंडर की जांच की आंच विदेश तक गई है.बड़े-बड़े पदों पर रहे आईएएस अधिकारियों के
नाम सामने आ रहे हैं.जांच में दोषी पाए जाने पर किसी अफसर और नेता को छोड़ा नहीं
जाएगा.
ईओडब्ल्यू, विदेश कनेक्शन की गंभीरता से पड़ताल कर रही
है.जांच में शेल कंपनियों के माध्यम से फ्रांस में बड़ी राशि भेजने के मनीट्रेल के
एंगल पर भी जांच की जा रही है.बीजेपी सरकार में ई प्रोक्योरमेंट सिस्टम में
गड़बड़ी के कारण दस अप्रैल को नौ टेंडर में टेंपरिंग को लेकर एफआईआर दर्ज की गई
थी.पहले यह घोटाला तीन हजार करोड़ का था, लेकिन
जैसे-जैसे जांच बढ़ी वैसे-वैसे 2012 से 2019 तक 80
हजार करोड़ रुपए के घोटाले की बात सामने आई.
ईओडब्ल्यू
ने विदेशी कनेक्शन और मनीट्रेल को लेकर संबंधित टेंडर जारी करने वाले विभागों से
जानकारी और कई दस्तावेज मांगें हैं.पुख्ता सबूत मिलने के बाद विदेशी कनेक्शन पर
नयी एफआईआर दर्ज की जा सकती है.
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