बच्चों के लिए 46वीं
जवाहरलाल नेहरू विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में स्कूल
शिक्षा विभाग के स्टॉल के माध्यम से बच्चों को यह अनुभव कराने का अवसर दिया गया है
कि विज्ञान और गणित हमारे आस-पास हैं। इन्हें हम अपने प्राकृतिक, सामाजिक
पर्यावरण से जोड़ कर बहुत सी समस्याओं का वास्तविक हल स्वयं ही निकाल सकते हैं।
राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह
और अतिथियों ने स्टाल के प्रमुख आकर्षण वर्चुअल रियलिटी किट के माध्यम से मानव
शरीर के सूक्ष्म और आंतरिक संरचनाओं को देखा और महसूस किया।
राज्यपाल ने कहा
कि मानव शरीर की जिन संरचनाओं के केवल चित्र ही पाठ्य पुस्तकों में देखे गए उनका
जीवन्त और क्रियाशील प्रदर्शन देखना अदभुत व रोमांचकारी अनुभव रहा। उन्होंने कहा
कि मानव शरीर की अद्वितीय संरचना को क्रियाशील रूप में देखना, जानना,
समझ पाना, शिक्षा के उद्देश्यों को पूरा करता है।
राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने इस किट का उपयोग कर इसे सीखने-सिखाने का महत्वपूर्ण
उपकरण बताते हुए प्रदर्शित समस्त सामग्री की सराहना की। उन्होंने स्टॉल में बनाए
गए सेल्फी जोन का भी आनंद लिया और छŸाीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग को अपनी
शुभकामनाएँ प्रदान की। यह किट बहुउद्देशीय है। बच्चे इसकी सहायता से अंतरिक्ष की
यात्रा कर सकते हैं, हो सकता है, यह
यात्रा किसी बच्चे को अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों की कुंजी थमा दे।
स्कूल शिक्षा
मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि बच्चों को यह पता चलना चाहिए कि कहाँ और
कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और गणित में किए गए नए अनुसंधान
हमें जीवन की चुनौतियों के हल प्रदान करते है। इन्हीं मुद्दों पर आधारित है स्कूल
शिक्षा विभाग का स्टॉल। इस अवसर पर महापौर रायपुर प्रमोद दुबे सहित गणमान्य
अतिथियों ने स्टाल का अवलोकन किया।
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