Tuesday 1 October 2019

राज्यपाल ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और किसानों से की भेंट


छत्तीसगढ़ की राज्यपाल ने दन्तेवाड़ा प्रवास पर स्थानीय सर्किट हाउस में जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों तथा किसानों से भेंट कर उनकी समस्या सुनी और निराकरण हेतु आवश्यक पहल करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान राज्यपाल उईके से दन्तेवाड़ा जिले के मीडिया प्रतिनिधियों ने भी सौजन्य भेंट किया। राज्यपाल ने केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों से मुलाकात कर उन्हें उपलब्ध करायी गयी सहायता के बारे में जानकारी ली। वहीं सेनेटरी पेड बनाने वाले महिला स्व-सहायता समूहों के प्रयासों को सराहा।
राज्यपाल ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भेंट के दौरान सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों को बताया कि अब बस्तर और सरगुजा संभाग में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर स्थानीय भर्ती के लिये अधीनस्थ सेवा चयन मण्डल का गठन किया गया है। जिससे स्थानीय युवाओं को भर्ती में अवसर मिलेगा। इसके साथ ही रिक्त पदों पर विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के युवाओं की सीधी भर्ती की जायेगी। राज्यपाल ने दन्तेवाड़ा जिले में जैविक खेती करने वाले किसानों से मुलाकात कर उनके जैविक उत्पादों की प्रशंसा की और इन उत्पादों को देश-दुनिया में पहुंचा कर आय अर्जित करने की समझाईश दी। इस दौरान जैविक खेती करने वाले किसानों के संगठन भूमगादी के सदस्य किसान रतीराम, कमलोचन सेठिया, महेश्वर प्रधान आदि ने जवाफूल, लोकटीमाछी,बादशाहभोग,दुबराज, इत्यादि चावल सहित लघु धान्य फसल कोदो-कुटकी तथा उड़द, अरहर, मूंग, कुल्थी दलहन फसल लेने और इनसे बनाये जाने वाले जैविक उत्पादों के बारे में अवगत कराया। उक्त किसानों ने राज्यपाल सुश्री उईके को जवाफूल चावल भी भेंट किया। इस दौरान महिला स्व-सहायता समूहों की लखमी, बुधरी, शांता, भारती ताती, मिटकी सोढ़ी आदि ने अचार-पापड़, बांस शिल्प तैयार कर स्थानीय स्तर पर विक्रय और मुनाफे के बारे में बताया। इन महिलाओं ने बताया कि उनका अचार-पापड़ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के केम्पों में आपूर्ति किया जाता है। जिससे उन्हें विपणन के लिये सुविधा होने के साथ ही अच्छा फायदा हो रहा है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने आगामी 4 महीने के लिये अग्रिम आर्डर दिया है, जिसे पूर्ति करने हेतु सभी महिलाएं खूब मेहनत कर रही हैं।
इस मौके पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित एकता महिला ग्राम संगठन चित्तालूर की निकिता और अन्य महिलाओं ने सेनेटरी पेड उत्पादन एवं वितरण की जानकारी देते हुए बताया कि वे स्थानीय स्तर पर सेनेटरी पेड बना रहे हैं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं मितानिनों के सहयोग से किशोरी बालिकाओं तथा महिलाओं को वितरित कर उन्हें स्वच्छता और साफ-सफाई के प्रति सजगता बरतने के लिए प्रेरित कर उपयोग सम्बन्धी समझाईश दे रहे हैं। इस पर राज्यपाल उईके ने उक्त महिला समूहों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह किशोरियों और महिलाओं को सेनेटरी पेड की उपलब्धता के साथ ही गम्भीर बीमारियों से निजात दिलाने का सार्थक प्रयास है। जिससे किशोरियों और महिलाओं में मासिक धर्म सम्बन्धी भ्रांतियां दूर होगी और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता एवं साफ-सफाई के लिये लोगों की सहभागिता बढ़ेगी। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित हितग्राही देवचंद, पायके मूसा और मंगली सोढ़ी ने राज्यपाल से भेंटकर शासन की ओर से पक्का मकान की सौगात देने के लिये कृतज्ञता प्रकट किया। वहीं किसान महेन्द्रनाथ और चरणसिंह ने जैविक खाद बनाने के तरीकों की जानकारी देते हुए जैविक खेती-किसानी के अपने अनुभव को साझा किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला विनय नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधी, मीडिया प्रतिनिधी और राज्यपाल के सचिव श्री सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।

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