राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं
जयन्ती के अवसर पर सभी लोंगांे तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के उद्देश्य से
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना प्रारंभ की गई है और अब इसका अच्छा प्रतिसाद
मिलने लगा हैं। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना जहाँ,
बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हो रही है,
वहीं, व्यस्त रहने वाले बच्चे,
किशोर, जवान और अधेड़ों के लिए किसी उपहार से
कम नहीं। स्वास्थ्य सेवाओं में घर पहुंच उपचार की अनूठी पहल हाट-बाजार योजना में
स्वास्थ्य संसाधनों का अदभुत विकेंद्रीकरण देखने को मिल रहा है। दौरे में जब
विभागीय अधिकारी व्यवस्था आंकलन करने देवरी और कमरौद ग्राम में लगे बाजार के
बीचों-बीच पहुंचे तो इलाज कराने पहंुचे लोगों का नजारा अविस्मरणीय रहा।
हाट-बाजार योजना में एक ओर ग्राम कमरौद
में 78 वर्षीय बुजुर्ग मरीज श्री लक्ष्मण यादव महिला बहुद्देशीय स्वास्थ्य
कार्यकर्ता लक्ष्मी रात्रे के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते मिले तो कुछ ने सहायक
चिकित्सा अधिकारी डॉ ए एन आराधना को अपनत्व सेवा व दवा वितरण के लिए धन्यवाद किया,
वहीं दूसरी ओर ग्राम देवरी के हाट बाजार में बड़ी संख्या में ऐसे लोग
मिले, जिन्हें सब्जी लेते समय ही ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता रूपेश
चक्रधारी, अविनाश कुमार सहित रश्मि यादव की टीम
ने उनके परेशानी पूछ कर सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ संकेत चन्द्राकर के पास उपचार
करवाने के लिए पहुंचाया। 70 वर्षीय भारती
साहू ने कहा कि ‘में हा कान ले कम सुन्थों,
अउ मोर इहां कोई नी हे’ बड़खा
हस्पताल जाए बर साधन भी नी रिहिस, अतने में
मंडी म मोला अस्पताल के डाक्टरिन इलाज कराए बर जौनी अंग ले हाँथ पकड़ के ले गिस,
अउ मुफत म मलहम-पट्टी भी करा दिस। इस तरह के दर्जनों प्रकरणों में
लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों को उन्हें बुला-बुला कर उपचारित करने के लिए धन्यवाद
दिया।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.