महाराष्ट्र चुनाव में मतदाताओं ने एक बार फिर
भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर भरोसा जताया है। वहीं, हरियाणा
में त्रिशंकु विधानसभा का जनादेश आने से भाजपा को झटका लगा है। सबसे बड़ी पार्टी
होने के बाद भी भाजपा को सरकार बनाने लायक सीटें नहीं मिली हैं। अब वह निर्दलीयों
के सहारे सत्ता पर काबिज होने की जुगत में है। भाजपा को कड़ी टक्कर देने में कामयाब
रही कांग्रेस के लिए भी नतीजे संजीवनी से कम नहीं हैं।
आठ मंत्री चुनाव हारे: हरियाणा के दंगल में 10
में से आठ मंत्री चुनाव हार गए। सिर्फ कैबिनेट मंत्री अनिल विज और
राज्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल ही अपनी सीट बचाने में सफल रहे। पार्टी के प्रदेश
प्रमुख सुभाष बराला भी चुनाव हार गए हैं। उधर, वरिष्ठ
कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा, करण दलाल और आनंद सिंह को भी हार झेलनी
पड़ी है। इनेलो से अलग होकर बनी पार्टी जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने 10 सीटें
जीतीं हैं। पार्टी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नई सरकार में उनकी अहम भूमिका
होगी। उन्होंने पार्टी
के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है।
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