प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने निवेशकों को भारत में निवेश करने का न्योता दिया। इसके साथ ही
उन्होंने मंगलवार को कहा कि देश 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का
लक्ष्य लेकर चल रहा है। भारत रिफानरी, पाइपलाइन,
गैस टर्मिनल समेत ऊर्जा क्षेत्र का बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 2024
तक 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा। प्रधानमंत्री रियाद में सऊदी अरब में चल
रहे वैश्विक वित्तीय सम्मेलन में मंगलावार को एक सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विश्व भर से जुटे निवेशकों को भारतीय स्टार्टअप में उद्यम पूंजी निवेश के
विशाल अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया
का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप परिवेश है। स्विट्जरलैंड के विश्व आर्थिक मंच
(डब्ल्यूईएफ) के तर्ज पर सऊदी अरब में 'फ्यूचर
इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम' के बैनर तले होने वाले इस वार्षिक
सम्मेलन को 'मरुभूमि में दावोस' कहा जा
रहा है।
मोदी ने अपने
संबोधन में कहा कि एशिया में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 700 अरब
डॉलर के निवेश की जरूरत है, भारत में यह क्षेत्र 10 प्रतिशत
से अधिक की वृद्धि दर से बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में
भारत में प्रशिक्षित श्रमबल की जरूरत को पूरा करने के लिए 40 करोड़
लोगों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। सब्सिडी का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में
डालने की योजना डीबीटी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष लाभ
अंतरण (डीबीटी) के जरिये 20 अरब डॉलर की बचत की गई है।
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