राज्यपाल से राजभवन में जर्मनी के काउंसुलेट जनरल डॉ. जुर्जेन मोरहाड ने सौजन्य भेंट की। राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को जर्मनी में शोध के लिए भेजा जाना चाहिए, जिसका डॉ. मोरहाड ने स्वागत किया।
डॉ. मोरहाड ने राज्यपाल को बताया कि जर्मनी और भारत के ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। जर्मनी ने सबसे पहले काउंसुलेट कार्यालय वर्ष 1854 में खोला था। उन्होंने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के किये गए प्रयासों से भारत और जर्मनी के संबंधों में और प्रगाढ़ता आई है। जर्मनी के कंपनियों में काफी संख्या में भारतीय कार्यरत है।
डॉ. मोरहाड ने राज्यपाल को बताया कि जर्मनी और भारत के ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। जर्मनी ने सबसे पहले काउंसुलेट कार्यालय वर्ष 1854 में खोला था। उन्होंने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के किये गए प्रयासों से भारत और जर्मनी के संबंधों में और प्रगाढ़ता आई है। जर्मनी के कंपनियों में काफी संख्या में भारतीय कार्यरत है।
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