Friday 27 September 2019

छत्तीसगढ़ का ग्रामोत्थान मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणा स्त्रोत : गहलोत


राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सुराजी गांव योजना की तर्ज पर राजस्थान में भी नंदी शाला योजना शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौवंश और ग्रामोत्थान के लिए शुरू की गई  छत्तीसगढ़ सरकार की यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण धुरी साबित होगी। पशुपालन, जल संरक्षण तथा गौवंश के संवर्धन को लेकर शुरू की गई यह योजना सभी राज्यों के लिए अनुकरणीय है। ऐसे कार्य ही बापू को सच्ची श्रद्धांजलि है। गहलोत आज अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और मुख्यमंत्री के साथ रायपुर जिले के आरंग विकासखण्ड के ग्राम बनचरौदा में आदर्श गौठान की अवलोकन के बाद गोबरा नवापारा में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गोबरा नवापारा को तहसील बनाने की घोषणा की और गोबरा नवापारा में कन्या महाविद्यालय बनाने का आश्वासन दिया। 
    राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि छत्तीसगढ़ द्वारा शुरू की गई सुराजी गांव योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पूरे देश के लिये प्रेरणास्रोत बनेगी। उन्होंने कहा कि उनकी बहुत इच्छा छत्तीसगढ़ के गोठान को देखने की थी। निश्चिय ही गौठानों से पशु संवर्धन होगा, चारा उत्पादन होगा, ऑर्गेनिक खाद बनेगा और गांव-गांव में रोजगार बढेगा। छत्तीसगढ़ में डेढ़ हजार गौठान बनाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को साधुवाद दिया। उन्होंने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती के अवसर पर ऐसा प्रयास उनके ग्राम स्वराज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सपनों को पूरा करने की तरह है।
    गहलोत ने कहा कि जब देश को आजादी मिली तब गांवोें में बिजली नहीं थी, स्कूल नहीं थे। आजादी के इन 70 सालों में पंडित जवाहर लाल नेहरू और श्रीमती इंदिरा गांधी जैसी महानविभूतियों के योगदान से आज हमारा देश प्रगति पथ पर हैै और कम्प्युटर के साथ-साथ अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमारी कामयाबियां पहुॅची है। उन्होंने उम्मीद करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य के नागरिकों की अपेक्षा पूरी होगी और राज्य तेजी से आगे बढ़ेगा। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि पहुना की तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत छत्तीसगढ़ आये हैं। पूरा देश मंदी के प्रभाव में है, फैक्ट्रियां बंद हो रही हैै, कर्मचारियों की छटनी हो रही है, वहीं छत्तीसगढ़ में सभी खुशहाली है। देश के ऑटो क्षेत्र में जहां 19 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं छत्तीसगढ़ में 36 प्रतिशत की वृध्दि हुई है। जमीन रजिस्ट्री में गाईड-लाईन में कमी लाने, छोटे जमीनों की रजिस्ट्री की फिर से स्वीकृति मिलने से राज्य में रजिस्ट्री कार्य को बढ़ावा मिला है। ऋण माफी, धान खरीदी, तेंदूपत्ता खरीदी, हाफ बिजली बिल, प्रति राशन कार्ड 35 किलो चावल वितरण जैसे कार्यो से राज्य में उद्योग एवं व्यापार को बढ़ावा मिला है। अनुसूचित जाति को जनसंख्या के आधार पर 13 प्रतिशत और मंडल आयोग के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देकर संविधान का पालन किया गया है। 
    गहलोत और बघेल यहां 6 करोड़ 53 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया गया। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 10 हितग्राहियों को पट्टा वितरण किया, 4 किसानों को बैटरी चलित स्पेयर पंप, 5 मत्स्य पालकों को आइस बॉक्स, 4 महिला स्व-सहायता समूहों को 4 लाख रुपए की राशि का चेक, 2 निशक्तजनों को श्रवण यंत्र, 22 महिला स्व-सहायता समूहों को पंजीयन प्रमाण पत्र, 3 महिला स्व-समूहों को 3 लाख रुपए का बैंक लिंकेज ऋण राशि, 3 हितग्राहियों को व्यक्ति ऋण, 11 शहरी पथ विक्रेताओं को परिचय पत्र, 18 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना की अनुज्ञा प्रदान की।

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