प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर उनकी माँ श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल के निधन का गहरा दुःख व्यक्त किया है।
    प्रधानमंत्री ने अपने शोक पत्र में लिखा है कि ’श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल एक साहसी और बहादुर महिला थी। लंबे समय तक चिकित्सालय में भर्ती रहने के बाद भी उन्होंने बीमारी का सामना हिम्मत के साथ किया। गहरी भावनाओं और मानसिक शक्ति वाले ऐसे लोग बिरले होते हैं, जो जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव और चुनौतियों का सामना साहस के साथ करते हैं। जीवन, इच्छा शक्ति और परिस्थितियों के बीच एक सतत संघर्ष है और ऐसे नागरिकों का जीवन दूसरों पर गहरा प्रभाव छोड़ जाता है। ग्रामीण पृष्ठभूमि होने के बावजूद श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल ने हमेशा परिवार की शिक्षा और उत्तरोत्तर सामाजिक गतिशीलता पर बल दिया।
    हर माँ अपने बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ चाहती हैं। मुझे विश्वास है कि आपकी माँ ने भी आपके लिए बड़े सपने देखे थे। मुझे पता है कि आप की माँॅ की पवित्र एवं संवेदनशील उपस्थिति ने आपके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला और वह आपके लिए शक्ति का स्रोत रही। एक माँ का स्थान कोई नहीं ले सकता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कौन हैं, हम क्या करते हैं, या हम जीवन में कहां पहुंच गए हैं, कोई भी ऐसे नुकसान के लिए तैयार नहीं हो सकता है।
    प्रधानमंत्री ने श्री बघेल को लिखा था कि पाटन की जमीनी राजनीति से आपकी यात्रा उल्लेखनीय रही है। कई बार निर्वाचित जनप्रतिनिधि बने, राज्य सरकार में मंत्री और अब मुख्यमंत्री बनने और आपकी उपलब्धियों से आपकी माँ को काफी गर्व महसूस हुआ होगा। उन्होंने जिन ऊंचे मूल्यों को आपके जीवन में स्थापित किया और कठिन समय में जो अनमोल मार्गदर्शन दिया है, वह उनकी भौतिक अनुपस्थिति के बावजूद भी आपके साथ बना रहेगा। छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा करने आपकी चाहत में उनका आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहेगा। प्रधानमंत्री ने दुःख की इस घड़ी श्री भूपेश बघेल और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।’