मुख्यमंत्री बघेल ने पंडित रामदयाल तिवारी की जयंती 23 जुलाई के अवसर पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए कहा कि पंडित जी गंभीर चिंतक और लेखक ही नहीं, अच्छे वक्ता भी थे। स्वाधीनता आंदोलन के दौरान लोगों में राष्ट्रीय चेतना जगाने के लिए उन्होंने अपनी वाणी और लेखनी का भरपूर उपयोग किया।