मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 18 जुलाई को स्वर्गीय श्री बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की पुण्यतिथि पर उनकोे नमन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान सत्याग्रह, रूद्री जंगल सत्याग्रह और स्वाधीनता के लिए जनजागरण में ‘बाबू साहब‘ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री बाबू छोटेलाल के नेतृत्व में शोषण और अन्याय के विरूद्ध ग्रामीणों के उठ खड़े होने के कारण उनका जन्म-स्थान कण्डेल गांव स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में दर्ज हो गया है। उन्होंने जनमानस में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत कर कई लोगों को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वदेशी आंदोलन और असहयोग आंदोलन को मजबूत करने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सामाजिक जन-जागरण के साथ ही समाज सेवा के कई काम किये। श्री बघेल ने कहा कि ऐसे निष्ठावान कर्मयोगी के जीवन मूल्य हमारी धरोहर हैं, हमें इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
श्री बाबू छोटेलाल के नेतृत्व में शोषण और अन्याय के विरूद्ध ग्रामीणों के उठ खड़े होने के कारण उनका जन्म-स्थान कण्डेल गांव स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में दर्ज हो गया है। उन्होंने जनमानस में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत कर कई लोगों को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वदेशी आंदोलन और असहयोग आंदोलन को मजबूत करने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सामाजिक जन-जागरण के साथ ही समाज सेवा के कई काम किये। श्री बघेल ने कहा कि ऐसे निष्ठावान कर्मयोगी के जीवन मूल्य हमारी धरोहर हैं, हमें इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
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