राज्य शासन के मुख्य सचिव सुनील कुमार कुजूर ने आज मंत्रालय (महानदी भवन) में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रियान्वयन प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने राज्य में निर्मित अल्पवर्षा की स्थिति से निपटने कृषि उत्पादन आयुक्त के जारी पत्र पर कार्यवाही सुनिश्चित करने निर्देशित किए। 
    मुख्य सचिव श्री सुनील कुमार कुजूर ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को याद दिलाते हुए कहा कि सभी जिलों में ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन, प्लास्टिक प्रबंधन और बायो वेस्ट प्रबंधन की उचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि बायो मेडिकल बेस्ट प्रबंधन के लिए जिन निजी संस्थाओं ने लाईसेंस हेतु आवेदन किए हैं और शेष लाईसेंस लेने की इच्छुक व्यक्ति को आवेदन करवाने को कहा। मुख्य सचिव ने कहा कि एनजीटी के संबंध में सभी कलेक्टरों पत्र भेजा गया है, उसका 15 दिनों में मॉनिटरिंग कर जानकारी भेंजे और बायो अपशिष्ठ के निपटान के लिए सुरक्षित जमीन रखने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में एनजीटी के गाईड लाइन के अनुसार राज्य के नगरीय निकायों में निर्माणाधीन एसएलआरएन सेंटर और निर्माणाधीन कम्पोस्ट शेड निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। इसी प्रकार एनजीटी का सम्मिलित विभिन्न एक्सन प्लान, जिला स्तरीय टास्क पोस्ट कमिटी गठित करने, औद्योगिक क्षेत्र के पर्यावरण सुधार और प्रदूषित औद्योगिक क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट स्थापित करने तथा प्रदूषित शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण हेतु वन विभाग को जमीन उपलब्ध कराने की समीक्षा की। 
    मुख्य सचिव श्री कुजूर ने कहा कि कृषि उत्पादन आयुक्त श्री के.डी.पी. राव द्वारा 26 जुलाई को सभी कलेक्टरों को पत्र भेजा गया है, जिसमें राज्य में अल्पवर्षा एवं सूखे की संभावना के दृष्टिगत सतत निगरानी राजस्व, कृषि तथा संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा किए जाए। उन्होंने यह भी कहा कि खरीफ 2019 में बोई गई फसल सहित धान-बोता एवं रोपा तथा अन्य खरीफ फसलों के कृषकों के खेतों में जाकर शत-प्रतिशत क्षेत्र का गिरदावरी कार्य राजस्व, कृषि तथा पंचायत विभाग के मैदानी अमलों द्वारा संयुक्त रूप से कराई जाए।
    इस अवसर पर उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अविनाश चम्पावत, स्वास्थ्य सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, पर्यावरण सचिव श्रीमती पी. संगीता सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।