मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक ईसाक्षरता केंद्रों के ई-एजुकेटर्स का ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित 3 दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के अंतिम दिवस में लोक शिक्षण संचालनालय व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एस. प्रकाश उपस्थित रहे। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत पांडेय द्वारा संचालक एस.प्रकाश का स्वागत करते हुए 3 दिवसीय प्रशिक्षण के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान किया। ई-एजुकेटर्स के द्वारा ई साक्षरता केंद्र की कहानी ई-एजुकेटर्स की जुबानी संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत संचालक महोदय के समक्ष अपने अपने केन्द्रो की सफलता की कहानी सुनाई गई।
              इस अवसर पर संचालक एस.प्रकाश ने उन्मुखीकरण कार्यशाला में कहा कि मुख्यमंत्री शहरी ई -साक्षरता कार्यक्रम के 36 ई-साक्षरता केंद्र छत्तीसगढ़ के डिजिटल शिक्षा के बदलाव का केंद्र बने ऐसा प्रयास करना होगा। ई-साक्षरता केंद्र के समुचित संचालन के लिए आवश्यक संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता सभी केन्द्रो में हो ऐसा निर्देश सम्बंधित जिला परियोजना अधिकारियो को दिया गया। ई-साक्षरता केन्द्रो में सभी वर्ग लोग पंजीकृत हैं, वंचित वर्ग के हितग्राहियो पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा, ताकि कार्यक्रम का प्रभाव अधिकतम जनमानस तक हो। ई साक्षरता केन्द्रो के लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को शिक्षार्थियों को सीखने के लिए नए नवाचार ई साक्षरता केन्द्रो में हो रहे हैं।
           इन नवाचारों को सभी केन्द्रों में शेयर किया जाय ताकि अन्य ई एजुकेटर्स प्रेरित हो सके और अपने केन्द्रो में क्रियान्वित्त करें। उन्होंने कहा कि राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के विषयो पर जिला क्रियान्वयन समिति के जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों व विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित कर हितग्राहियो को सटीक जानकारी प्रदान किया जाए, ताकि केंद्र में पंजीकृत हितग्राही उसका लाभ ले सकें। इसी तरह कानूनी साक्षरता के लिए जिला विधिक प्राधिकरण के माध्यम से केंद्रों में विधिक जागरूकता की जानकारी उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने सभी ई एजुकेटर्स को कहा कि हितग्राहियो के सफलता की कहानी को समय-समय पर राज्य साक्षरता मिशन तक भेजे ताकि उनका संग्रह कर उसे प्रकाशित किया जा सके जिससे अन्य लोग प्रेरित हो।
      ई-साक्षरता केंद्रों के समुचित संचालन व उचित रख रखाव व ई-एजुकेटर्स के कार्य दायित्वों  की जानकारी असिस्टेंट डायरेक्टर दिनेश टांक के द्वारा प्रदान किया गया। कानूनी साक्षरता की जानकारी राजधानी की प्रतिष्ठित अधिवक्ता इन्द्राणी चौधरी के द्वारा ई एजुकेटर्स को दिया गया, जिसमें उनके द्वारा उपभोगता फोरम की कार्यविधि, घरेलु हिंसा कानून, दहेज अधिनियम आदि के सम्बन्ध में बताया गया। सहायक जिला परियोजना अधिकारी चुन्नीलाल शर्मा के द्वारा जीवन मूल्य, डॉ. कामिनी बावनकर द्वारा द्वारा नागरिक कर्त्तव्य पर पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन दिया गया। डिजिटल साक्षरता की प्रशिक्षक तनूजा रायचुरा व एसआर जी सदस्य मदन उपाध्याय के द्वारा केंद्र में पंजीकृत शिक्षार्थियों का आंतरिक व बाह्य मूल्याकन की प्रक्रिया को कंप्यूटर लैब में कार्यात्मक रूप से बताया गया।