भोपाल
. भोपाल में 43
पुलिस थाने हैं जिनमें करीब 375 महलिा पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। लेकिन
इनमें छह थानों में ही महिला
पुलिसकर्मियों के लिए टॉयलेट हैं। यह खुलासा मानवाधिकार आयोग को पुलिस मुख्यालय
द्वारा दी गई जानकारी से हुआ है। इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने स्वीकार किया है कि भोपाल समेेत प्रदेश के 673 थानों में टाॅयलेट नहीं है।
महिला
सशक्तिकरण और महिलाओं की सुरक्षा के लिए भले ही सभी थानों में महिला पुलिसकर्मियों
की नियुक्ति कर दी गई हो लेकिन उनके लिए थानों में टाॅयलेट बनाने का ध्यान नहीं
रखा है। भोपाल में 43
थानों में से केवल छह थानों में टायलेट बनाए गए है। इसमें महिला थाना, हबीबगंज, टीटी नगर, तलैया, मंगलवारा और चूनाभट्टी का थाना शामिल
है।
जाना
पड़ता है तीन किमी दूर तक
एक
महिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि संक्रमण होने के डर से वे टायलेट जाने से बचती
हैं। यदि बहुत जरूरी हुआ तो वे तीन किमी दूर घर लौटना पसंद करती है।
पुराना
भोपाल स्थित थाने में पदस्थ महिला एसआई ने बताया कि कई बार थाने के बगल में बने
घरों का सहारा लेना पड़ता है। हालांकि कई बार शर्मिंदगी उठाना पड़ती है। {महिला आरक्षक का कहना है कि वहीं पानी
कम पीती है ताकि उन्हें टाॅयलेट न जाना पड़े।
जिन
थानों में जगह, वहां
प्राथमिकता से बना रहे
हमने
शासन से 41 कराेड़
का बजट थानाें में टाॅयलेट अाैर रेस्ट रूम बनाने के लिए मांगा था। जिसमें शासन ने 40
कराेड़ स्वीकृत
कर दिए है। हम पहले उन थानाें काे प्राथमिकता दे रहे हैं, जिन थानाें में पास टाॅयलेट बनाने जगह
है। उसके बाद दूसरे थानाें में टाॅयलेट बनाने का काम पुलिस हाउसिंग कारपाेरेशन
करेगा। पवन जैन, एडीजी
प्लानिंग
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.