गातापार
में नकटीघाटी के जंगलों से सर्चिंग के दौरान मिले, दो ड्रम से बरामद हुए बस व नक्सल
सामाग्री
सरेंडर
किए गए नक्सली की निशानदेही पर डीआरजी, जिला पुलिस बल और छसबल की कार्रवाई
राजनांदगांव.
लोकसभा चुनाव से पहले जवानों ने एक बार फिर नक्सलियों की साजिश को विफल कर दिया।
मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र
और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगते नकटीघाटी के जंगलों से भारी मात्रा में हथियार व अन्य
सामान बरामद किया है। इन्हें पानी के दो ड्रमों के अंदर छिपाकर रखा गया था। डीआरजी
के साथ जिला पुलिस और छसबल ने मंगलवार को संयुक्त रूप से कार्रवाई की है।
लोकसभा
चुनाव के दौरान बड़ी वारदात की फिराक में थे नक्सली
नक्सलियों
का जंगल में डंप किया गया बरामद हुआ सामान
जानकारी
के मुताबिक, आईजी दुर्ग हिमांशु गुप्ता के निर्देश
पर मंगलवार को डीआरजी निरीक्षक राजनांदगांव संग्राम सिंह धुर्वे और गातापार थाना
प्रभारी लक्ष्मण केवट के नेतृत्व में टीम को मध्य प्रदेश के बालाघाट, महाराष्ट्र के गोंदिया और राजनांदगांव
के ट्राई जंक्शन एरिया में रवाना किया गया।
ये
टीम बोरला, मौहाढार,
कारीझीरी,
नकटीघाटी,
कटेमा, नागदेवता, भौसामुंडी जंगल की ओर निकली। जवान
सर्चिंग करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान पूर्व में सरेंडर कर चुके नक्सली कुमार
साय उर्फ पहाड़ उर्फ बंटी की निशनेदेही पर नकटीघाटी के जंगल से जमीन के अंदर 250 लीटर और 100 लीटर के पानी के ड्रम बरामद किए गए।
ड्रमों की तलाशी के दौरान उसमें से एक पाइप बम डेटोनेटर के साथ, एक एयरगन टूटावाला, 10 डेटोनेटर, बिजली वायर 50 मीटर, बम फटाका छोटा-बड़ा 21 डिब्बा, 4 पिट्डू, दो वर्दी, एक मल्टीमीटर, एक रेडियो, मेडिकल सामान, दैनिक उपयोग का सामान और नक्सली
साहित्य बरामद किया गया।
कुमारसाय
ने बताया कि बरामद डंप दर्रेकसा के डीवीसीएम सुखदेव उर्फ लक्ष्मण ने रखा था। पुलिस
मामले की जांच में जुट गई है। साथ ही नक्सलियों की तलाश भी सुरक्षा बल के जवान कर
रहे हैं। इससे पहले बस्तर में भी नक्सली आचार संहिता लागू होने के बाद हिंसक
घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। मंगलवार को
नक्सलियों ने सुकमा में निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आग लगा दी और सुपरवाइजर
की हत्या कर दी थी।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.