पूर्व
मंत्री व भाजपा विधायक कमल पटेल गुरुवार को एसपी बीएस बिरदे व टीआई सीएस सरियाम से
मिले। उन्होंने अभा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व मप्र के सीएम
कमलनाथ के खिलाफ कर्जमाफी मामले में धोखाधड़ी व षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए एफआईआर
दर्ज करने की मांग की।
पटेल
ने आरोप लगाया कि मप्र के किसानों का 10
दिन में दो लाख रुपए तक का कर्जमाफी का वादा किया था। वचनपत्र अनुसार सरकार बनने
के बाद सभी किसानों का कर्जमाफ न कर सहकारी संस्थाओं से संबंधित किसानों का कर्ज
समिति की अंशपूंजी में से कर दिया है। अंशपूंजी का ऋणमाफी या अन्य किसी प्रयोेजन
से उपयोग का अधिकार किसान के अलावा किसी को नहीं है।
वर्तमान
में सहकारी संस्थाओं की कार्यकारिणी भंग हो चुकी है। ऐसे में प्रशासक को ऐसे
निर्णय के अधिकार नहीं हैं। सीएम को दो लाख रुपए तक का सभी किसानों का कर्जमाफ बजट
से करना था। ऐसा न करते हुए धोखाधड़ी की गई। अंशपूंजी से कर्ज माफ करने पर संस्थाएं
अगले साल किसानों को खाद, बीज व
कर्ज देने की स्थिति में नहीं रह पाएंगी। किसानों को खाद, बीज समय पर नहीं मिलेगा तो जमीन खाली पड़ी रहेगी। इससे
किसान कर्जदार होकर बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी व सीएम कमलनाथ के खिलाफ
केस दर्ज करने की मांग की। टीआई सीएस सरियाम ने कहा आवेदन को जांच में लिया है।
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