भाजपा
की ओर से निर्वाचित सांसदों के टिकट काटे जाने और नए चेहरे सामने आने के बाद शुरू
हुआ मंथन
मुख्यमंत्री
भूपेश बघेल को बुलाया गया दिल्ली,
केंद्रीय
चुनाव समिति की शुक्रवार को होने वाली बैठक में चर्चा
रायपुर.
भाजपा की ओर से प्रदेश के सभी सांसदों का टिकट काटे जाने की घोषणा के बाद कांग्रेस
भी अपनी बची हुई छह सीटों के प्रत्याशियों के नामों पर एक बार फिर मंथन कर रही है।
इसके लिए एआईसीसी ने छत्तीसगढ़ की रिसर्च टीम और लोकसभा का सर्वे कर रही टीम को
आनन-फानन में दिल्ली बुला लिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार रात दिल्ली
पहुंच गए हैं। उनके साथ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी गए हैं। शाम को सीईसी में
फैसले के बाद सभी छह नाम आज ही जारी होने के संकेत मिले हैं।
छह
सीटों पर चयन के साथ तय नामों पर भी हो सकता है बदलाव
दो
दिन पहले दिल्ली में हुई भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद छत्तीसगढ़
प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने राज्य के सभी १० सांसदों के टिकट काटे जाने की घोषणा की
थी। इसके बाद से जहां एक ओर भाजपा खेमे में खलबली मची हुई है, वहीं कांग्रेस नेताओं को भी प्रत्याशी चयन के
लिए तैयार की गई रणनीति पर मंथन करने पर विवश कर दिया है। यही वजह है कि एआईसीसी
ने छत्तीसगढ़ को ध्यान में रखते हुए यहां पर प्रत्याशी चयन के लिए लगाई गई रिसर्च
टीम के अध्यक्ष इदरीश गांधी और सर्वे टीम को दिल्ली बुला लिया है।
दिल्ली
में राज्य की छह सामान्य सीटों पर तय किए जा रहे नामों को लेकर विचार-विमर्श किया
गया है। इसके अलावा घोषित कुछ सीटों पर हो रहे विरोध को देखते हुए भी उनके बारे
में भी टीम के सदस्यों से रायशुमारी की गई है। अभी रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद, राजनांदगांव, दुर्ग
और कोरबा सीटों पर नामों की घोषणा अटकी हुई है। यहां पर जातिगत समीकरण के अलावा
जीत सकने वाले प्रत्याशियों और दावेदारों के नामों को लेकर असमंजस की स्थिति के
कारण टिकट तय नहीं हो सके हैं।
हालांकि
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर भी नाम लगभग तय हो चुके हैं, लेकिन अब भाजपा की ओर से चले गए दांव के बाद
कांग्रेस की रणनीति क्या होगी, यह तो २२ मार्च को होने वाली सीईसी की
बैठक में तय होगा। वहीं इसे देखते हुए कुछ प्रत्याशी भी सुबह दिल्ली पहुंचे हैं।
इसमें रायपुर से किरणमयी नायक, दुर्ग से राजेंद्र साहू शामिल हैं।
वहीं प्रमोद दुबे की सिफारिश करने विधयक विकास उपाध्याय भी पहुंचे हैं। जबकि
बिलासपुर से अटल श्रीवास्तव को लेकर विधायकों के असमंजस को देखते हुए अब उन्हें
सीएम का सहारा रह गया है।
दुर्ग
से बघेल खेमे से प्रतिमा चंद्राकर का नाम सामने आने के बाद गृहमंत्री ताम्रध्वज
साहू अपने बेटे का नाम सामने लाकर संशय की स्थितिखड़ी कर दी है। कोरबा से
ज्योत्सना महंत का नाम सामने आया है। महासमुंद से विधायक धनेंद्र साहू इस शर्त के
साथ लडऩे को तैयार हो गए है कि जीतने के बाद अभनपुर विधानसभा से उनके बेटे प्रवीण
को उतारा जाए।
राहुल
के ३३ फीसदी महिला फॉर्मूले पर रायपुर, दुर्ग
कोरबा से नाम
रायपुर
से रमेश बैस को भाजपा की ओर से नहीं उतारे जाने की घोषणा के बाद एक बार फिर
कांग्रेस यहां से कुर्मी प्रत्याशी उतारकर नाराज वोटरों को अपनी ओर लाने की
कोशिशों में जुट गई है। इस लिहाज से पूर्व महापौर किरणमयी नायक के नाम को लेकर
हलचल तेज हो गई है। किरणमयी अपनी दावेदारी भी पेश कर चुकी हैं। वहीं दुर्ग सीट पर
प्रतिमा चंद्राकर को विधानसभा में नाम काटे जाने का लाभ मिल सकता है। कोरबा से
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की पत्नी के नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा
है।
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