Thursday 7 February 2019

आरबीआई अगली तिमाही में फिर से मिलेगी राहत, अगली बैठक में ब्याज दरों को घटा सकता है RBI : रॉयटर्स पोल

बिजनेस डेस्क: रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती किए जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगली तिमाही में फिर से राहत दे सकता है। रॉयटर्स के पोल में अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आम चुनाव से पहले होने वाली आरबीआई की बैठक में ब्याज दरों में फिर से कटौती की जा सकती है। गुरुवार को आरबीआई ने अप्रत्याशित रूप से रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की घोषणा करते हुए इसे 6.50 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसद कर दिया था। पोल के मुताबिक 54 अर्थशास्त्रियों में से 30 ने माना कि अगली बैठक में आरबीआई फिर से रेट में कटौती कर सकता है। एजेंसी ने डीबीएस बैंक की अर्थशास्त्री राधिक राव के हवाल से लिखा है, 'गवर्नर दास का यह कहना कि आगे भी रेट में कटौती की गुंजाइश है, बताता है कि आने वाले समय में भी ऐसा हो सकता है। हम मानते हैं किक अप्रैल में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की और कटौती हो सकती है।' गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में हुई समीक्षा बैठक के बाद आरबीआई ने रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 6.25 फीसद कर दिया है। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने अपने मौद्रिक रुख को ''सख्त'' से बदलकर ''सामान्य/न्यूट्रल'' कर दिया है। नीतिगत रुख में बदलाव किए जाने के बाद ही माना जा रहा था कि आरबीआई आगे भी ब्याज दरों में कटौती की राहत दे सकता है। गौरतलब है कि आरबीआई ने महंगाई के लिए 4 फीसद (+- दो फीसद) का लक्ष्य रखा है। ईंधन की कीमतों में गिरावट से देश की खुदरा महंगाई दर दिसंबर में घटकर 2.19 फीसद हो गई। नवंबर में यह 2.33 फीसद थी। पिछले कुछ महीनों में महंगाई दर आरबीई के तय लक्ष्य से काफी नीचे रही है। ब्याज दरों को तय करने वक्त आरबीआई खुदरा महंगाई दर को ध्यान में रखता है। महंगाई में आई कमी और अर्थव्यवस्था में सुस्ती को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़ी राहत देते हुए ब्याज दरों में कटौती की है। जनवरी के महंगाई के आंकड़े अगले हफ्ते आने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि महंगाई में गिरावट का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, जिसके आधार पर आरबीआई ब्याज दरों में कटौती को लेकर फैसला कर सकता है।

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