 मुख्यमंत्री
 भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम दतान (प) में आयोजित 
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 73 वंे सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि 
हमारे पुरखों ने राज्य के विकास के लिए जो सपना देखा था, उसे साकार करने के
 लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। 
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को कुदरत ने बड़ी फुरसत से गढ़ा है। इस धरती के 
नीचे खनिज और ऊपर वन सम्पदाओं की भरमार है। उन्होंने कहा कि राज्य की एक-एक
 सम्पदा का उपयोग राज्य के लोगों की तरक्की और बेहतरी के लिए किया जाएगा। 
सम्मेलन की अध्यक्षता मनवा कुर्मी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रामकुमार 
सिरमौर ने की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आदर्श सामूहिक विवाह में दाम्पत्य
 सूत्र में बंधे नए वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने समाज की ओर
 से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों, दानदाताओं सहित विभिन्न 
क्षेत्रों में समाज का नाम रौशन करने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया। 
रायपुर के लोकसभा सांसद रमेश बैस, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, स्थानीय 
विधायक सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक विनोद चंद्राकर, पूर्व विधायक जनकराम 
वर्मा, पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल, पूर्व विधायक  विजय बघेल भी इस अवसर पर 
विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी 75 प्रतिशत 
आबादी गांवों में बसती है। इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा हमने गांवो और किसानों
 की उन्नति में लगाया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हमने फिर से पटरी पर 
लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी- नरवा,
 गरवा, घुरवा और बारी के समन्वित विकास के लिए हमने काम शुरू कर दिए हैं। 
उन्होंने कहा कि गांव में अब हर खेत को घेरने की जरूरत नहीं होगी। हम हर एक
 गांव में दैहान और गौठान बनाएंगे। इसमें गांव के सभी मवेशियों को रखेंगे। 
उनके लिए चारा-पानी का इंतजाम भी होगा। यही नहीं बल्कि इन्हें चराने वाले 
लोगों के विकास भी हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे उन्नत नस्ल के 
पशुओं को बढ़ावा देंगे। जिससे हमे ज्यादा मात्रा में दूध मिलेगा और आमदनी 
बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी करने के लिए वचनबद्ध 
है। इसे हम प्रदेश के सभी समाजों की जागरूकता और सहयोग से करना चाहते हैं। 
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के काम 
को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। भूपेश बघेल ने कहा कि हमें अब खनिज आधारित 
नहीं बल्कि कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है, इसकी शुरूआत हमने 
बस्तर के कोण्डागांव जिले से कर दी है। हमने वहां 110 करोड़ रूपए का मक्का 
प्रसंस्करण उद्योग की आधारशीला रख दी है। इसी तरह सभी जिलों में स्थानीय 
फसलों के अनुरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। लोकसभा सांसद रमेश 
बैस ने अपने उदबोदन में कहा कि उपलब्धियों से परिपूर्ण हम कितनी भी 
बुलंदियों को छू लें। समाज से बड़े नहीं हो सकते। समाज किसी भी व्यक्ति की 
बुनियाद होती है। समाज के सहयोग से ही कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है। 
छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार सिरमौर ने भी
 समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के दसों 
राजप्रधान सहित सामाजिक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बन्धु और 
ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री
 भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम दतान (प) में आयोजित 
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 73 वंे सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि 
हमारे पुरखों ने राज्य के विकास के लिए जो सपना देखा था, उसे साकार करने के
 लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। 
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को कुदरत ने बड़ी फुरसत से गढ़ा है। इस धरती के 
नीचे खनिज और ऊपर वन सम्पदाओं की भरमार है। उन्होंने कहा कि राज्य की एक-एक
 सम्पदा का उपयोग राज्य के लोगों की तरक्की और बेहतरी के लिए किया जाएगा। 
सम्मेलन की अध्यक्षता मनवा कुर्मी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रामकुमार 
सिरमौर ने की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आदर्श सामूहिक विवाह में दाम्पत्य
 सूत्र में बंधे नए वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने समाज की ओर
 से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों, दानदाताओं सहित विभिन्न 
क्षेत्रों में समाज का नाम रौशन करने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया। 
रायपुर के लोकसभा सांसद रमेश बैस, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, स्थानीय 
विधायक सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक विनोद चंद्राकर, पूर्व विधायक जनकराम 
वर्मा, पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल, पूर्व विधायक  विजय बघेल भी इस अवसर पर 
विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी 75 प्रतिशत 
आबादी गांवों में बसती है। इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा हमने गांवो और किसानों
 की उन्नति में लगाया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हमने फिर से पटरी पर 
लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी- नरवा,
 गरवा, घुरवा और बारी के समन्वित विकास के लिए हमने काम शुरू कर दिए हैं। 
उन्होंने कहा कि गांव में अब हर खेत को घेरने की जरूरत नहीं होगी। हम हर एक
 गांव में दैहान और गौठान बनाएंगे। इसमें गांव के सभी मवेशियों को रखेंगे। 
उनके लिए चारा-पानी का इंतजाम भी होगा। यही नहीं बल्कि इन्हें चराने वाले 
लोगों के विकास भी हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे उन्नत नस्ल के 
पशुओं को बढ़ावा देंगे। जिससे हमे ज्यादा मात्रा में दूध मिलेगा और आमदनी 
बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी करने के लिए वचनबद्ध 
है। इसे हम प्रदेश के सभी समाजों की जागरूकता और सहयोग से करना चाहते हैं। 
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के काम 
को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। भूपेश बघेल ने कहा कि हमें अब खनिज आधारित 
नहीं बल्कि कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है, इसकी शुरूआत हमने 
बस्तर के कोण्डागांव जिले से कर दी है। हमने वहां 110 करोड़ रूपए का मक्का 
प्रसंस्करण उद्योग की आधारशीला रख दी है। इसी तरह सभी जिलों में स्थानीय 
फसलों के अनुरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। लोकसभा सांसद रमेश 
बैस ने अपने उदबोदन में कहा कि उपलब्धियों से परिपूर्ण हम कितनी भी 
बुलंदियों को छू लें। समाज से बड़े नहीं हो सकते। समाज किसी भी व्यक्ति की 
बुनियाद होती है। समाज के सहयोग से ही कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है। 
छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार सिरमौर ने भी
 समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के दसों 
राजप्रधान सहित सामाजिक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बन्धु और 
ग्रामीण जन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री
 भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम दतान (प) में आयोजित 
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 73 वंे सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि 
हमारे पुरखों ने राज्य के विकास के लिए जो सपना देखा था, उसे साकार करने के
 लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। 
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को कुदरत ने बड़ी फुरसत से गढ़ा है। इस धरती के 
नीचे खनिज और ऊपर वन सम्पदाओं की भरमार है। उन्होंने कहा कि राज्य की एक-एक
 सम्पदा का उपयोग राज्य के लोगों की तरक्की और बेहतरी के लिए किया जाएगा। 
सम्मेलन की अध्यक्षता मनवा कुर्मी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रामकुमार 
सिरमौर ने की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आदर्श सामूहिक विवाह में दाम्पत्य
 सूत्र में बंधे नए वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने समाज की ओर
 से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों, दानदाताओं सहित विभिन्न 
क्षेत्रों में समाज का नाम रौशन करने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया। 
रायपुर के लोकसभा सांसद रमेश बैस, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, स्थानीय 
विधायक सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक विनोद चंद्राकर, पूर्व विधायक जनकराम 
वर्मा, पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल, पूर्व विधायक  विजय बघेल भी इस अवसर पर 
विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी 75 प्रतिशत 
आबादी गांवों में बसती है। इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा हमने गांवो और किसानों
 की उन्नति में लगाया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हमने फिर से पटरी पर 
लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी- नरवा,
 गरवा, घुरवा और बारी के समन्वित विकास के लिए हमने काम शुरू कर दिए हैं। 
उन्होंने कहा कि गांव में अब हर खेत को घेरने की जरूरत नहीं होगी। हम हर एक
 गांव में दैहान और गौठान बनाएंगे। इसमें गांव के सभी मवेशियों को रखेंगे। 
उनके लिए चारा-पानी का इंतजाम भी होगा। यही नहीं बल्कि इन्हें चराने वाले 
लोगों के विकास भी हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे उन्नत नस्ल के 
पशुओं को बढ़ावा देंगे। जिससे हमे ज्यादा मात्रा में दूध मिलेगा और आमदनी 
बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी करने के लिए वचनबद्ध 
है। इसे हम प्रदेश के सभी समाजों की जागरूकता और सहयोग से करना चाहते हैं। 
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के काम 
को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। भूपेश बघेल ने कहा कि हमें अब खनिज आधारित 
नहीं बल्कि कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है, इसकी शुरूआत हमने 
बस्तर के कोण्डागांव जिले से कर दी है। हमने वहां 110 करोड़ रूपए का मक्का 
प्रसंस्करण उद्योग की आधारशीला रख दी है। इसी तरह सभी जिलों में स्थानीय 
फसलों के अनुरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। लोकसभा सांसद रमेश 
बैस ने अपने उदबोदन में कहा कि उपलब्धियों से परिपूर्ण हम कितनी भी 
बुलंदियों को छू लें। समाज से बड़े नहीं हो सकते। समाज किसी भी व्यक्ति की 
बुनियाद होती है। समाज के सहयोग से ही कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है। 
छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार सिरमौर ने भी
 समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के दसों 
राजप्रधान सहित सामाजिक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बन्धु और 
ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री
 भूपेश बघेल ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम दतान (प) में आयोजित 
मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 73 वंे सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि 
हमारे पुरखों ने राज्य के विकास के लिए जो सपना देखा था, उसे साकार करने के
 लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। 
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को कुदरत ने बड़ी फुरसत से गढ़ा है। इस धरती के 
नीचे खनिज और ऊपर वन सम्पदाओं की भरमार है। उन्होंने कहा कि राज्य की एक-एक
 सम्पदा का उपयोग राज्य के लोगों की तरक्की और बेहतरी के लिए किया जाएगा। 
सम्मेलन की अध्यक्षता मनवा कुर्मी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. रामकुमार 
सिरमौर ने की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आदर्श सामूहिक विवाह में दाम्पत्य
 सूत्र में बंधे नए वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने समाज की ओर
 से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों, दानदाताओं सहित विभिन्न 
क्षेत्रों में समाज का नाम रौशन करने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया। 
रायपुर के लोकसभा सांसद रमेश बैस, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, स्थानीय 
विधायक सुश्री शकुन्तला साहू, विधायक विनोद चंद्राकर, पूर्व विधायक जनकराम 
वर्मा, पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेल, पूर्व विधायक  विजय बघेल भी इस अवसर पर 
विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी 75 प्रतिशत 
आबादी गांवों में बसती है। इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा हमने गांवो और किसानों
 की उन्नति में लगाया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हमने फिर से पटरी पर 
लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी- नरवा,
 गरवा, घुरवा और बारी के समन्वित विकास के लिए हमने काम शुरू कर दिए हैं। 
उन्होंने कहा कि गांव में अब हर खेत को घेरने की जरूरत नहीं होगी। हम हर एक
 गांव में दैहान और गौठान बनाएंगे। इसमें गांव के सभी मवेशियों को रखेंगे। 
उनके लिए चारा-पानी का इंतजाम भी होगा। यही नहीं बल्कि इन्हें चराने वाले 
लोगों के विकास भी हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे उन्नत नस्ल के 
पशुओं को बढ़ावा देंगे। जिससे हमे ज्यादा मात्रा में दूध मिलेगा और आमदनी 
बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी करने के लिए वचनबद्ध 
है। इसे हम प्रदेश के सभी समाजों की जागरूकता और सहयोग से करना चाहते हैं। 
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के काम 
को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। भूपेश बघेल ने कहा कि हमें अब खनिज आधारित 
नहीं बल्कि कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है, इसकी शुरूआत हमने 
बस्तर के कोण्डागांव जिले से कर दी है। हमने वहां 110 करोड़ रूपए का मक्का 
प्रसंस्करण उद्योग की आधारशीला रख दी है। इसी तरह सभी जिलों में स्थानीय 
फसलों के अनुरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाएंगे। लोकसभा सांसद रमेश 
बैस ने अपने उदबोदन में कहा कि उपलब्धियों से परिपूर्ण हम कितनी भी 
बुलंदियों को छू लें। समाज से बड़े नहीं हो सकते। समाज किसी भी व्यक्ति की 
बुनियाद होती है। समाज के सहयोग से ही कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है। 
छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार सिरमौर ने भी
 समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के दसों 
राजप्रधान सहित सामाजिक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बन्धु और 
ग्रामीण जन उपस्थित थे। 
 
 
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