शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने रिफ्रेशर कोर्स जरूरी - जनसम्पर्क मंत्री
जनसम्पर्क मंत्री ने राज्य शिक्षा सेवा संघ के प्रथम प्रांतीय सम्मेलन में कहा कि शिक्षा को रोजागारोन्मुखी बनाने के लिये समय-समय पर रिफ्रेशर कोर्स चलाना जरूरी है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये परिवर्तन की महती आवश्यकता है। मंत्री द्वय ने यह बात सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राज्य शिक्षा सेवा संघ के प्रथम प्रांतीय सम्मेलन में कही। जनसम्पर्क मंत्री शर्मा ने कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य के निर्धारक हैं। सम्मेलन में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये सकारात्मक पहल किया जाना बहुत अच्छी बात है। उन्होंने माना कि वर्तमान में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये कई कदम उठाये जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं सम्मेलन में दिये गये सुझावों पर शिक्षा मंत्री के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर चर्चा करेंगे।
शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की आवश्यकता - स्कूल शिक्षा मंत्री
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर में सुधार के लिये शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की महती आवश्यकता है। वर्तमान में इसकी कमियों को दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। साथ ही, जो अच्छाइयाँ हैं, उन्हें बढ़ावा दिया जायेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि हम सभी दृढ़-प्रतिज्ञ हो जायें, तो नि:स्संदेह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। पहली बार एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शासकीय शिक्षण संस्थानों में भी पेरेंट-टीचर मीट (पीटीएम) की शुरूआत की गई है। इस अवसर पर पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान, राज्य शिक्षा सेवा संघ के अध्यक्ष धीरेन्द्र चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष के.के. द्विवेदी, सचिव डी.एस. कुशवाह और राज्य, संभाग एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
जनसम्पर्क मंत्री ने राज्य शिक्षा सेवा संघ के प्रथम प्रांतीय सम्मेलन में कहा कि शिक्षा को रोजागारोन्मुखी बनाने के लिये समय-समय पर रिफ्रेशर कोर्स चलाना जरूरी है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये परिवर्तन की महती आवश्यकता है। मंत्री द्वय ने यह बात सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राज्य शिक्षा सेवा संघ के प्रथम प्रांतीय सम्मेलन में कही। जनसम्पर्क मंत्री शर्मा ने कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य के निर्धारक हैं। सम्मेलन में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये सकारात्मक पहल किया जाना बहुत अच्छी बात है। उन्होंने माना कि वर्तमान में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये कई कदम उठाये जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं सम्मेलन में दिये गये सुझावों पर शिक्षा मंत्री के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर चर्चा करेंगे।
शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की आवश्यकता - स्कूल शिक्षा मंत्री
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर में सुधार के लिये शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की महती आवश्यकता है। वर्तमान में इसकी कमियों को दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। साथ ही, जो अच्छाइयाँ हैं, उन्हें बढ़ावा दिया जायेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि हम सभी दृढ़-प्रतिज्ञ हो जायें, तो नि:स्संदेह शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। पहली बार एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शासकीय शिक्षण संस्थानों में भी पेरेंट-टीचर मीट (पीटीएम) की शुरूआत की गई है। इस अवसर पर पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान, राज्य शिक्षा सेवा संघ के अध्यक्ष धीरेन्द्र चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष के.के. द्विवेदी, सचिव डी.एस. कुशवाह और राज्य, संभाग एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
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