Wednesday 13 February 2019

प्रदेश में सिंचाई योजनाएँ समय पर पूरी की जाये: मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा

जल संसाधन मंत्री कराड़ा ने की योजनावार समीक्षा
जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने कहा है कि प्रदेश में सिंचाई योजनाएँ समय पर पूरी की जायें। उन्होंने कहा कि किसानों और सिंचाई से जुड़े वचन-पत्र के मुद्दों पर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। जल संसाधन मंत्री कराड़ा आज भोपाल में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रदेशभर के मुख्य अभियंता मौजूद थे। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि जो अधिकारी एवं कर्मचारी अच्छा एवं गुणवत्तापूर्ण काम करेंगे, उन्हें सम्मानित किया जायेगा एवं जो ठीक काम नहीं करेंगे, उन्हें दण्डित किया जायेगा। कराड़ा ने निर्देश दिये कि मैदानी अधिकारी जमाबंदी के आधार पर सिंचाई रकबे के वास्तविक आंकड़े 18 फरवरी तक अनिवार्य रूप से भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को सिंचाई रकबे का वास्तविक सत्यापन करने के निर्देश भी दिये। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में गठित सिंचाई समितियों को मजबूत किया जाये। उन्होंने कहा कि वचन-पत्र के मुताबिक सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कर हर खेत तक पानी पहुँचाने के ठोस प्रयास किये जायें। अपर मुख्य सचिव जल संसाधन विभाग  आर.एस. जुलानिया ने बताया कि प्रदेश में विभाग ने रबी सीजन में 27 लाख 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित की है, जबकि वर्ष 2010-11 में यह सिंचाई क्षमता करीब 9 लाख हेक्टेयर हुआ करती थी। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 30 वृहद, 58 मध्यम और 378 लघु सिंचाई योजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। निर्माणाधीन सिंचाई योजनाओं की लागत करीब 40 हजार करोड़ रुपये है। विभाग ने बुंदेलखण्ड सिंचाई परियोजना के माध्यम से 10 लाख 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित की है। बैठक में विभाग के जलाशय और उनसे निर्मित सिंचाई क्षमता के रकबे के संबंध में भी चर्चा की गई।बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता  राजीव कुमार सुकलीकर ने अंतर्राज्यीय सिंचाई परियोजनाओं और उनके मुद्दों की जानकारी दी।

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