
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को महासचिव बनाने के बाद पार्टी मुख्यालय में ठीक बगल वाला कमरा अलॉट किया है। यानी प्रियंका अब अपने भाईसाहब के ठीक करीब वाले कमरे से अपना कार्य संचालित करेंगी। हाल ही में सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाली प्रियंका ने अभी आधिकारिक रूप से पदभार नहीं संभाला है। हालांकि ऐसी खबरें हैं कि विदेश से लौटने के बाद वह उत्तर प्रदेश में पार्टी की गतविधियों एवं रणनीति को लेकर लगातार बैठकें कर रही हैं।पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष के बगल वाला वही कमरा प्रियंका को दिया गया, जहां राहुल बतौर पार्टी उपाध्यक्ष बैठा करते थे। कांग्रेस अध्यक्ष और प्रियंका के इस कमरे के निकट ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा के भी कक्ष हैं।
विदेश से लौटते ही सक्रिय हुई प्रियंका
प्रियंका को जब राहुल गांधी ने पार्टी का महासचिव बनाया, तब वे अपनी बेटी के उपचार के लिए अमेरिका गई हुई थी। प्रियंका सोमवार को ही स्वदेश लौटीं हैं और आते ही सक्रिय हो गईं। सबसे पहले उन्होंने राहुल से मुलाकात की। बड़ी बात यह है कि राहुल ने शनिवार को दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों एवं कांग्रेस विधायक दल के नेताओं की भी बैठक बुलाई है ताकि आम चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की जा सके। प्रियंका पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव नियुक्त की गई हैं। उनकी नियुक्ति के बाद से ही सियासी गलियारों में खलबली मची हुई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के पूर्व प्रियंका का सक्रिय राजनीति में उतरना कांग्रेस पार्टी को बड़ी कामयाबी दिलवा सकता है।
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