ब्याज दरों में कुछ कटौती कर सकता है आरबीआई
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दर में 'कुछ' कमी कर सकता है। बसु ने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक सत्र में कहा, 'गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की समस्या ने बैंकों को सतर्क कर दिया है। हालांकि भारत में ब्याज दरों को कुछ कम करने की गुंजाइश है।उन्होंने कहा कि आरबीआई को पूर्ण स्वायत्तता के साथ अकेले छोड़ दिया जाना चाहिए।' आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा फरवरी में होनी है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत में निवेश दर में भी कमी आई है। जीएसटी के बारे में बसु का कहना था कि यह विदेशों से लिया गया आईडिया है और इसे सही तरीके से लागू नहीं किया गया। उन्होंने नोटबंदी को भी गलत ठहराया।
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