Monday 28 January 2019

कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होंगे राष्ट्रद्रोह मामले के आरोपी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद

कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 72वें बलिदान दिवस पर परिचर्चा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रद्रोह मामले में आरोपी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद को भी न्योता दिया है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले के आरोपी को कांग्रेस द्वारा न्योता दिए जाने पर विवाद खड़ा हो सकता है दरअसल हाल ही में दिल्ली पुलिस ने 2016 के जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य समेत अन्य छात्रों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. ऐसे में कांग्रेस द्वारा राष्ट्रद्रोह के मामले में इन मुख्य आरोपियों को अपने कार्यक्रम में बुलाने से विवाद खड़ा हो सकता है बता दें कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अल्पसंख्यक विभाग 28 जनवरी को राजधानी दिल्ली में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के तौर पर मना रहा है. इसके लिए एक दिन की परिचर्चा का कार्यक्रम रखा गया है. इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता के राजू, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, प्रियंका चतुर्वेदी, राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी शामिल होंगे. इनके अलावा अन्य वक्ताओं में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अपूर्वानंद, साहित्यकार अशोक वाजपेयी, आरजेडी नेता और प्रोफेसर मनोज झा, जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और शेहला रशीद को शामिल किया गया है गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 14 जनवरी को जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले में दायर अपनी चार्जशीट में 10 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है. जिसमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्य समेत जेएनयू, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के 7 कश्मीरी छात्र शामिल हैं. इन 10 मुख्य आरोपियों के अलावा 36 अन्य लोगों के नाम भी चार्जशीट के 12 वें कॉलम में शामिल किए गए हैं, जिनसे इस मामले में पूछताछ की गई है. इसमें जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद और सीपीआई नेता डी राजा की पुत्री अपराजिता का नाम हैं. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सबूत के तौर पर वीडियो फुटेज और 100 से ज्यादा प्रत्यक्षदर्शियों का बयान पेश किया है बता दें कि जेएनयू में साल 2016 में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की याद में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रविरोधी नारे लगे थे. जिसमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य को गिरफ्तार भी किया गया था. लेकिन बाद में वे जमानत पर रिहा हो गए. इस घटना को लेकर देश में संसद से सड़क तक जबरदस्त राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया था. छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी जेएनयू में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे. तब केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी ने राहुल गांधी की जमकर आलोचना करते हुए कहा था कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रविरोधी ताकतों को बढ़ावा दे रही है ऐसे में कांग्रेस के कार्यक्रम में जेएनयू राष्ट्रद्रोह मामले के आरोपियों का वक्ता के तौर पर शामिल होने से बीजेपी को एक बार फिर राहुल गांधी पर हमला करने का मौका मिल सकता है

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