जिस दलील पर सलमान को मिली जमानत, उसी से पलटे
20 साल पुराने काला हिरण शिकार मामले में सोमवार को जोधपुर की सेशंस कोर्ट ने सलमान की अपील पर पहली सुनवाई की. लेकिन सेशंस कोर्ट में सुनवाई के पहले ही दिन सलमान खान उस बात से पलटते नजर आए, जिसके आधार पर उन्हें इसी कोर्ट ने जमानत दे दी थी.
दरअसल सलमान खान के वकील महेश बोरा ने सोमवार को सेशंस कोर्ट के समक्ष एक पेटीशन दायर कर सलमान को अगली सुनवाइयों में व्यक्तिगत तौर पर पेश होने से छूट देने की गुहार लगाई है.
सलमान खान को बीते 5 अप्रैल को जोधपुर की ही CJM कोर्ट ने काले हिरणों के शिकार का दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई थी. सलमान ने इसी सजा को सेशंस कोर्ट में चुनौती दी है. सीजेएम कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद दो दिन तक सलमान को जोधपुर सेंट्रल जेल में गुजारनी पड़ी थी.
दो दिन तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद 7 अप्रैल को सेशंस कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. उस समय सलमान की जमानत के लिए उनके वकील ने इस बात को कोर्ट के सामने काफी पुरजोर तरीके से उठाया था कि 20 साल के केस के दौरान सलमान कभी भी सुनवाई के दौरान गैर-हाजिर नहीं रहे.
आज भी सलमान इसलिए खुद जोधपुर कोर्ट पहुंचे क्योंकि सेशंस कोर्ट ने सलमान को सशर्त जमानत देते हुए आज की सुनवाई के लिए व्यक्तिगत तौर पर सलमान को उपस्थित रहने के लिए कहा था.
लेकिन सेशंस कोर्ट की सुनवाई के पहले ही दिन जिस तरह सलमान ने अपने वकील के जरिए व्यक्तिगत पेशी से राहत मांगी है, उससे तो यही लगता है कि सलमान जमानत मिलते ही पलट गए.
सलमान के वकील ने बेल के लिए दी थीं ये दलीलें
1. सलमान के वकील ने कोर्ट को बताया- इन 20 वर्षों में सलमान ने हमेशा कोर्ट का सम्मान किया. इन 20 वर्षों के दौरान कभी भी बेल जंप नहीं की और हमेशा सुनवाई के दौरान कोर्ट में उपस्थित रहे. उन्होंने जांच में भी पूरा-पूरा सहयोग दिया.
2. वकील महेश बोरा ने कहा- सलमान निर्दोष हैं, उन्हें झूठे केस में फंसाया गया. जमानत के बाद बोरा ने कहा कि हमें इंसाफ मिला है.
3. सलमान के वकील ने अपनी दलील में काला हिरण शिकार केस से ही जुड़े आर्म्स एक्ट के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि यह पुष्टि नहीं हुई है कि सलमान की बंदूक घटना स्थल पर मौजूद थी. उन्हें इस केस में हाईकोर्ट द्वारा बरी भी किया जा चुका है.
4. वकील ने दलील दी कि सलमान को जमानत दी जानी चाहिए. जमानत न दिया जाना उनके मूल अधिकारों का हनन होगा.
5. बोरा ने कहा कि अगर सलमान को जमानत नहीं दी जाती है तो उन्हें बिना वजह कुछ और समय जेल में बिताना होगा. महेश बोरा ने सवाल भी उठाए कि सलमान द्वारा जेल में बिताए गए दिनों का जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने सलमान द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों का भी हवाला दिया.
20 साल पुराने काला हिरण शिकार मामले में सोमवार को जोधपुर की सेशंस कोर्ट ने सलमान की अपील पर पहली सुनवाई की. लेकिन सेशंस कोर्ट में सुनवाई के पहले ही दिन सलमान खान उस बात से पलटते नजर आए, जिसके आधार पर उन्हें इसी कोर्ट ने जमानत दे दी थी.
दरअसल सलमान खान के वकील महेश बोरा ने सोमवार को सेशंस कोर्ट के समक्ष एक पेटीशन दायर कर सलमान को अगली सुनवाइयों में व्यक्तिगत तौर पर पेश होने से छूट देने की गुहार लगाई है.
सलमान खान को बीते 5 अप्रैल को जोधपुर की ही CJM कोर्ट ने काले हिरणों के शिकार का दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई थी. सलमान ने इसी सजा को सेशंस कोर्ट में चुनौती दी है. सीजेएम कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद दो दिन तक सलमान को जोधपुर सेंट्रल जेल में गुजारनी पड़ी थी.
दो दिन तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद 7 अप्रैल को सेशंस कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. उस समय सलमान की जमानत के लिए उनके वकील ने इस बात को कोर्ट के सामने काफी पुरजोर तरीके से उठाया था कि 20 साल के केस के दौरान सलमान कभी भी सुनवाई के दौरान गैर-हाजिर नहीं रहे.
आज भी सलमान इसलिए खुद जोधपुर कोर्ट पहुंचे क्योंकि सेशंस कोर्ट ने सलमान को सशर्त जमानत देते हुए आज की सुनवाई के लिए व्यक्तिगत तौर पर सलमान को उपस्थित रहने के लिए कहा था.
लेकिन सेशंस कोर्ट की सुनवाई के पहले ही दिन जिस तरह सलमान ने अपने वकील के जरिए व्यक्तिगत पेशी से राहत मांगी है, उससे तो यही लगता है कि सलमान जमानत मिलते ही पलट गए.
सलमान के वकील ने बेल के लिए दी थीं ये दलीलें
1. सलमान के वकील ने कोर्ट को बताया- इन 20 वर्षों में सलमान ने हमेशा कोर्ट का सम्मान किया. इन 20 वर्षों के दौरान कभी भी बेल जंप नहीं की और हमेशा सुनवाई के दौरान कोर्ट में उपस्थित रहे. उन्होंने जांच में भी पूरा-पूरा सहयोग दिया.
2. वकील महेश बोरा ने कहा- सलमान निर्दोष हैं, उन्हें झूठे केस में फंसाया गया. जमानत के बाद बोरा ने कहा कि हमें इंसाफ मिला है.
3. सलमान के वकील ने अपनी दलील में काला हिरण शिकार केस से ही जुड़े आर्म्स एक्ट के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि यह पुष्टि नहीं हुई है कि सलमान की बंदूक घटना स्थल पर मौजूद थी. उन्हें इस केस में हाईकोर्ट द्वारा बरी भी किया जा चुका है.
4. वकील ने दलील दी कि सलमान को जमानत दी जानी चाहिए. जमानत न दिया जाना उनके मूल अधिकारों का हनन होगा.
5. बोरा ने कहा कि अगर सलमान को जमानत नहीं दी जाती है तो उन्हें बिना वजह कुछ और समय जेल में बिताना होगा. महेश बोरा ने सवाल भी उठाए कि सलमान द्वारा जेल में बिताए गए दिनों का जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने सलमान द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों का भी हवाला दिया.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.