राज्यो के कदम उठाने से पेट्रोल 5.75 रुपये तक हो सकता है
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच भारतीय स्टेट बैंक ने राज्यों को एक सुझाव दिया है. जिसे अगर राज्य मान लें तो पेट्रोल 5.75 रुपये और डीजल 3.75 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है.
भारतीय स्टेट बैंक की रिसर्च आर्म की तरफ से जारी इकोरैप रिपोट में यह निष्कर्ष निकाला गया है. एसबीआई ने 19 राज्यों को मिलाकर यह विश्लेषण किया है. इसमें उसने दो फॉर्मूले राज्यों को दिए हैं, जिससे आम आदमी को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से बड़ी राहत मिल सकती है.
रिपोर्ट में सरकारों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को तर्कसंगत बनाने के लिए मूल्य निर्धारण के तंत्र पर विचार करने का सुझाव दिया गया है. इसमें राज्यों को कहा गया है कि वे वैट ईंधन के बेस प्राइस पर लगाएं. मौजूदा समय में यह केंद्र सरकार का कर जोड़ कर बनी कीमत पर लगता है.
अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल की कीमत 5.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल 3.75 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है. हालांकि इसकी वजह से राज्यों को 34,627 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ सकता है.
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच भारतीय स्टेट बैंक ने राज्यों को एक सुझाव दिया है. जिसे अगर राज्य मान लें तो पेट्रोल 5.75 रुपये और डीजल 3.75 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है.
भारतीय स्टेट बैंक की रिसर्च आर्म की तरफ से जारी इकोरैप रिपोट में यह निष्कर्ष निकाला गया है. एसबीआई ने 19 राज्यों को मिलाकर यह विश्लेषण किया है. इसमें उसने दो फॉर्मूले राज्यों को दिए हैं, जिससे आम आदमी को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से बड़ी राहत मिल सकती है.
रिपोर्ट में सरकारों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को तर्कसंगत बनाने के लिए मूल्य निर्धारण के तंत्र पर विचार करने का सुझाव दिया गया है. इसमें राज्यों को कहा गया है कि वे वैट ईंधन के बेस प्राइस पर लगाएं. मौजूदा समय में यह केंद्र सरकार का कर जोड़ कर बनी कीमत पर लगता है.
अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल की कीमत 5.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल 3.75 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो सकता है. हालांकि इसकी वजह से राज्यों को 34,627 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ सकता है.
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