पहले दिन ही जॉन अब्राहम की परमाणु ने बॉक्स़ ऑफिस पर किया धमाका
नब्बे के दशक में हुए मशहूर परमाणु परीक्षण पर आधारित जॉन अब्राहम की फ़िल्म 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' बॉक्स ऑफ़िस को हिलाने में कामयाब नहीं हो सका, लिहाज़ा फ़िल्म का पहला दिन हल्का रहा।
25 मई को रिलीज़ हुई 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' ने बॉक्स ऑफ़िस पर धीमी शुरुआत की है। 1935 स्क्रींस पर रिलीज़ हुई फ़िल्म ने सिर्फ़ 4.82 करोड़ पहले दिन जमा किये। परमाणु से हालांकि बेहतर कलेक्शन की उम्मीद थी। निर्देशक अभिषेक शर्मा ने फ़िल्म बनाने के लिए जिस विषय को चुना है, वो बिल्कुल नया है। अभी तक किसी फ़िल्मकार ने आज़ाद भारत के इतिहास में हुई इस महत्वपूर्ण घटना को बड़े पर्दे पर दिखाने की कल्पना नहीं की थी। विषय की इसी नवीनता की वजह से माना जा रहा था कि ये परमाणु विस्फोट बॉक्स ऑफ़िस को भी हिलाकर रख देगा। 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' में जॉन अब्राहम और डायना पेंटी ने मुख्य किरदार निभाये हैं।
अगर इस साल रिलीज़ हुई फ़िल्मों की बात करें तो 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' आठवीं बेस्ट ओपनिंग है। परमाणु परीक्षण जैसे दिलचस्प विषय पर बनी होने के बावजूद जॉन की परमाणु कई अपेक्षाकृत छोटी फ़िल्मों से पिछड़ गयी है। इनमें आलिया भट्ट की राज़ी और सोनू के टीटू की स्वीटी के नाम लिये जा सकते हैं।
नब्बे के दशक में हुए मशहूर परमाणु परीक्षण पर आधारित जॉन अब्राहम की फ़िल्म 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' बॉक्स ऑफ़िस को हिलाने में कामयाब नहीं हो सका, लिहाज़ा फ़िल्म का पहला दिन हल्का रहा।
25 मई को रिलीज़ हुई 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' ने बॉक्स ऑफ़िस पर धीमी शुरुआत की है। 1935 स्क्रींस पर रिलीज़ हुई फ़िल्म ने सिर्फ़ 4.82 करोड़ पहले दिन जमा किये। परमाणु से हालांकि बेहतर कलेक्शन की उम्मीद थी। निर्देशक अभिषेक शर्मा ने फ़िल्म बनाने के लिए जिस विषय को चुना है, वो बिल्कुल नया है। अभी तक किसी फ़िल्मकार ने आज़ाद भारत के इतिहास में हुई इस महत्वपूर्ण घटना को बड़े पर्दे पर दिखाने की कल्पना नहीं की थी। विषय की इसी नवीनता की वजह से माना जा रहा था कि ये परमाणु विस्फोट बॉक्स ऑफ़िस को भी हिलाकर रख देगा। 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' में जॉन अब्राहम और डायना पेंटी ने मुख्य किरदार निभाये हैं।
अगर इस साल रिलीज़ हुई फ़िल्मों की बात करें तो 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' आठवीं बेस्ट ओपनिंग है। परमाणु परीक्षण जैसे दिलचस्प विषय पर बनी होने के बावजूद जॉन की परमाणु कई अपेक्षाकृत छोटी फ़िल्मों से पिछड़ गयी है। इनमें आलिया भट्ट की राज़ी और सोनू के टीटू की स्वीटी के नाम लिये जा सकते हैं।
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