रतलाम में मुख्यमंत्री श्रीमद् भागवत कथा में शामिल हुए
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान रतलाम में महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्दजी महाराज की श्रीमद् भागवत कथा में शामिल हुए और स्वामीश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने स्वामीजी का स्वागत-अभिनन्दन भी किया।
श्री चौहान ने कहा कि मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है। दूसरों की भलाई से अच्छा और कोई पुण्य का कार्य नहीं है। दूसरे का नुकसान करना सबसे बड़ा पाप है।उन्होंने कहा कि बेटियाँ मेरे हृदय में बसती हैं। मैं बेटियों के पैर धोकर जल को अपने माथे पर लगाता हूं,इससे मुझे उर्जा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की धरती पर बेटियों, माताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बेटियों पर कुदृष्टि डालने वालों तथा दुराचार करने वालों को फांसी देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि भांजे-भांजियों की मदद के लिये उनका मुख्यमंत्री मामा सदैव खड़ा है।
इस अवसर पर मंदसौर सांसद श्री सुधीर गुप्ता, महापौर डा. सुनीता यार्दे, विधायक श्री चेतन्य काश्यप और श्रीमती संगीता चारेल भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान रतलाम में महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्दजी महाराज की श्रीमद् भागवत कथा में शामिल हुए और स्वामीश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने स्वामीजी का स्वागत-अभिनन्दन भी किया।
श्री चौहान ने कहा कि मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है। दूसरों की भलाई से अच्छा और कोई पुण्य का कार्य नहीं है। दूसरे का नुकसान करना सबसे बड़ा पाप है।उन्होंने कहा कि बेटियाँ मेरे हृदय में बसती हैं। मैं बेटियों के पैर धोकर जल को अपने माथे पर लगाता हूं,इससे मुझे उर्जा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की धरती पर बेटियों, माताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बेटियों पर कुदृष्टि डालने वालों तथा दुराचार करने वालों को फांसी देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि भांजे-भांजियों की मदद के लिये उनका मुख्यमंत्री मामा सदैव खड़ा है।
इस अवसर पर मंदसौर सांसद श्री सुधीर गुप्ता, महापौर डा. सुनीता यार्दे, विधायक श्री चेतन्य काश्यप और श्रीमती संगीता चारेल भी उपस्थित थे।
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