वकीलों
से सुप्रीम कोर्ट ने कहा- संस्थान नष्ट हो जाएगा तो आप भी नहीं बचोगे
वकीलों
की तरफ से जजों और उनके निर्णयों को निशाना बनाए जाने का ट्रेंड शुरू हो गया है, जो आखिर में संस्थान (कोर्ट सिस्टम) के खात्मे
की तरफ जाएगा। ये टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने बुधवार को एक मामले की सुनवाई
के दौरान की।
जस्टिस
अरुण मिश्रा और यूयू ललित की पीठ ने केरल मेडिकल कॉलेज के मामले की सुनवाई के
दौरान विवेचनात्मक अंदाज में कहा कि वकील टीवी डिबेट में अदालतों के निर्णयों की
आलोचना कर रहे हैं।
जस्टिस
मिश्रा ने कहा, इस कोर्ट में कौन बचेगा? हर जज निशाने पर है। आप एक तीर से सभी को खत्म
कर देना चाहते हैं। आप जैसे लोग इस संस्थान को नष्ट कर रहे हैं। यदि ये संस्थान
नष्ट हो गया तो आप भी नहीं बच पाओगे।
दरअसल
जज तब आवेग में आ गए, जब इस मामले में पेश वकीलों ने अपनी
आवाज आक्रामक तरीके से तेज करते हुए एकसाथ बहस करना शुरू कर दिया। जस्टिस मिश्रा
ने कहा, आप (वकील) हर दिन संस्थान (न्याय
व्यवस्था) को नष्ट कर रहे हैं। केवल यदि
ये संस्थान बचेगा तो वकील बचेंगे।
बार
एसोसिएशन से भी जताई नाराजगी
जस्टिस
अरुण मिश्रा ने इस बात पर भी नाखुशी जताई कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए)
इस मुद्दे पर खामोश है। उन्होंने ये टिप्पणी एससीबीए अध्यक्ष विकास सिंह की
मौजूदगी में की, जो इस मामले में एक पक्ष की तरफ से पेश
हुए थे।
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