Wednesday 25 April 2018

कीरतपुर में आदिवासी महिलाओ द्वारा तैयार पैलेट फीड प्लांट का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण


कीरतपुर में आदिवासी महिलाओ द्वारा तैयार  पैलेट फीड प्लांट का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण

 मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज होशंगाबाद जिले के केसला विकासखण्ड के ग्राम कीरतपुर में पैलेट फीड प्लांट का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आदिवासी मुर्गीपालक महिला समूहों से कहा कि केसला, सुखतवा एवं भौंरा के आदिवासी महिला समूहों द्वारा मुर्गी पालन का अदभुत कार्य किया जा रहा है। गरीबी से लड़कर कैसे जीता जाता है यह समूह की महिलाओं ने कर दिखाया है। पहले प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी का अभाव था। आज हमने जगह-जगह सड़कों का जाल बिछा दिया है। प्रदेश वासियों को 24 घंटे बिजली भी मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिंचाई की क्षमता साढ़े सात लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर चालीस लाख हेक्टेयर कर दी है। श्री चौहान ने सरकार की प्राथमिकता 'गरीबी मिटाओ, गरीबों को ऊपर लाओ'' है। उन्होंने कहा कि जिनके पास संसाधन नहीं है उन्हें शासन संसाधन उपलब्ध करा रहा है। अब कोई गरीब आवासहीन नहीं रहेगा। इसके लिये पट्टे देने का अभियान चलाया गया है। आगामी 4 वर्षों में सभी पात्र गरीबों को आवास बनाकर दिए जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीयन का कार्य किया गया है। पंजीयन के बाद श्रमिकों को अनेक शासकीय योजनाओं से लाभांवित किया जाएगा। श्रमिक के बच्चों की कक्षा पहली से लेकर पीएचडी करने तक की फीस सरकार भरेगी। श्रमिकों को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराया जायेगा। यदि श्रमिक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिजनों को 2 लाख की राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि श्रमिक की मृत्यु दुर्घटना में हो जाती है, तो 4 लाख की राशि दी जाएगी। अंत्येष्टि के लिए भी 5 हजार की राशि परिजनों को दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले व्यक्तियों के जीवन-स्तर को बेहतर बनायेंगे। उन्होंने कहा कि केसला, भौंरा एवं सुखतवा लोगों के लिए एक मॉडल है क्योंकि यहाँ कि आदिवासी महिलाएँ महिला सशक्तिकरण और गरीबी हटाओ की प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि यहाँ की महिलाओं की आमदनी बढ़ाई जाएगी, बाजार कितना मिल सकता है, इसकी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही ऐसी समिति जो मुर्गी पालन में लगी है, उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि अन्य जगहों पर महिलाएँ अचार, पापड़, बड़ी बना रही हैं। उनका मुख्य उद्देश्य भी गरीबी दूर करना ही है और राज्य सरकार उनकी गरीबी दूर करने में हरसंभव सहायता देगी। मुख्यमंत्री ने एमपीडब्लू पीसीएल के पदाधिकारियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि शीघ्र ही वे इन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आदिवासी महिलाओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुर्गीपालन के बारे में जानकारी लेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने कहा कि मुर्गीपालन इस क्षेत्र में रोजगार एवं आर्थिक उन्नति का साधन बन गया है। इससे सभी आदिवासी परिवार आर्थिक उन्नति की राह पर हैं।
इस अवसर पर विधायक श्री सरताज सिंह, श्री विजयपाल सिंह, विधायक श्री ठाकुर दास नागवंशी, राज्य अंत्योदय समिति के सदस्य श्री हरिशंकर जायसवाल, नगरपालिका इटारसी की अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल, एमपीडब्ल्यू पीसीएल की अध्यक्ष श्रीमती सरोज बाई, एमपीडब्ल्यू पीसीएल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. हरे कृष्ण डेका, ग्लोबल हेड रेबो बैंक नीदरलैंड श्री पियट विम, इंडिया हेड रेबो बैंक श्री अरिन्दम् दत्ता, बोर्ड ऑफ ट्रस्टी एनएसपीडीटी श्री अविनाश परांजपे, नानाजी देशमुख वेटनरी यूनिवर्सिटी के डॉ. प्रयाग दत्ता जोयाल, केसला पोल्ट्री समिति की अध्यक्ष श्रीमती कुन्ती बाई धुर्वे, जन-प्रतिनिधि और मुर्गीपालन समिति की महिलाएँ मौजूद थीं।

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