अब बदलेगी
पीसीसी की सूरत प्रदेश अध्यक्ष के बदलने से
मध्यप्रदेश
कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ के कार्यभार लेने के बाद जल्द ही
पीसीसी की तस्वीर बदलेगी। निवर्तमान अध्यक्ष अरुण यादव को हटाए जाने और पूरी
कार्यकारिणी भंग किए जाने के बाद अब नाथ के विश्वस्त लोगों में से कुछ को
महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की संभावना है। उन्होंने खुद दूसरे गुट के नेताओं के
समर्थकों को भी पूरी तवज्जो के संकेत दिए हैं। कार्यकारिणी भंग होने के बाद पीसीसी
की न्याय यात्रा को भी स्थगित कर दिया है जिसका तीसरा चरण एक मई को होना था।
इधर,
पीसीसी चीफ बदले
जाने के दूसरे दिन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के कई कक्षों में ताले लटके पाए गए।
नौ बार के सांसद कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के दूसरे दिन अब उनकी टीम को
लेकर अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है। उनके विश्वस्त लोगों में छिंदवाड़ा जिला
कांग्रेस के चार बार से अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी, पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, हुकुमसिंह कराड़ा, अरुणोदय चौबे और नरेश जैन जैसे वरिष्ठ
नेता शामिल हैं। यही नहीं पूर्व मुख्य प्रवक्ता मानक अग्रवाल भी नाथ की टीम के अहम
हिस्सा माने जा रहे हैं। धार के मोहनसिंह बुंदेला के पुत्र कुलदीप व इंदौर से
पीसीसी के प्रवक्ता की कमान संभाले नरेंद्र सलूजा, बैतूल के सुखदेव पांसे से लेकर मौजूदा
विधायकों में तरुण भनोत, संजय उइके, जतिन उइके, रामपाल सिंह ब्यौहारी और ओंकार सिंह
मरकाम भी नाथ की टीम में शामिल हैं।
विधानसभा
में उपनेता बाला बच्चन भी नाथ के निकटस्थ हैं जिन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया
गया है। कई सालों बाद पीसीसी में दिखे कुछ नेता कमलनाथ के अध्यक्ष बनने के बाद
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कुछ ऐसे नेता दिखाई दिए जिन्होंने कुछ सालों से
पीसीसी से दूरी बना ली थी। भोपाल विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे मोहम्मद सलीम
गुरुवार को पीसीसी में पहुंचकर समर्थकों के साथ जश्न मनाया। पीसीसी के पूर्व
प्रवक्ता मानक अग्रवाल कुछ समय के लिए पहुंचे और उन्होंने नाथ के एक मई के
कार्यक्रम को मीडिया में देने के लिए तैयार किया।
पीसीसी
का चेहरा होता है मुख्य प्रवक्ता इसलिए हरेक की निगाह-
पीसीसी
में संगठन महामंत्री, कोषाध्यक्ष
और मुख्य प्रवक्ता पदों को लेकर हरेक की निगाह है। सूत्रों के मुताबिक इन पदों के
लिए गंगाप्रसाद तिवारी, हुकुम
सिंह कराड़ा, सज्जन
सिंह वर्मा, नरेश
जैन, मानक
अग्रवाल, नरेंद्र
सलूजा सहित कुछ अन्य नामों की चर्चा है। संगठन महामंत्री पद की जिम्मेदारी पीसीसी
चीफ के विश्वस्त व्यक्ति को मिलती है तो पीसीसी का चेहरा मुख्य प्रवक्ता होता है।
दोनों पदों से अभी चंद्रिकाप्रसाद द्विवेदी और केके मिश्रा निवृत्त हुए हैं। वहीं
पीसीसी की आर्थिक पकड़ कोषाध्यक्ष के हाथों में होती है जिस पर मौजूदा नेता विनोद
डागा हैं।
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